रामानन्द मिशन द्वारा तिरुपति प्रसाद विवाद पर हस्ताक्षर अभियान एवं ज्ञापन सौंपा जाएगा
1 min readचित्रकूट – रामानन्द मिशन, जो जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी के मार्गदर्शन और उनके उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास जी के नेतृत्व में संचालित होता है, तिरुपति मंदिर में प्रसाद में मछली के तेल और गोमांस के तेल मिलाने की खबरों पर गहरी चिंता व्यक्त करता है। यह गंभीर आरोप करोड़ों हिंदू भक्तों की धार्मिक आस्था और परंपराओं का अपमान है, जो किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
इस घटना के विरोध में रामानन्द मिशन चित्रकूट, रामघाट** पर एक हस्ताक्षर अभियान का आयोजन कर रहा है। इस अभियान का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को इस मुद्दे पर जागरूक करना और इस अनुचित कृत्य के विरुद्ध जनता की आवाज़ को एकजुट करना है। अभियान के बाद, मिशन द्वारा जिलाधिकारी, चित्रकूट को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें इस मुद्दे की जांच और उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
हम मंदिर प्रशासन और सरकार से अपील करते हैं कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि ऐसे पवित्र स्थलों पर धार्मिक परंपराओं का सम्मान बना रहे और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
हस्ताक्षर अभियान और ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम में देशभर के संत, महात्मा, और भक्त बड़ी संख्या में भाग लेंगे। रामानन्द मिशन इस मामले में न्याय की मांग करते हुए शांति और सद्भावना के साथ अपनी आवाज उठाएगा।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश