नौनिहालों के हाथ में पकड़ा दी झाड़ू और खुद बैठ गए टेबल में रखकर पैर
1 min readसतना – मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा नौनिहालों को शिक्षित करने के लिए जगह-जगह स्कूल खोले जा रहे हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात की जा रही है। लेकिन इन सब बातों से बेखबर कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां पर प्राचार्य की मनमानी के चलते नौनिहालों के हाथ में झाड़ू पकड़ा दी जाती है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
यह पूरा मामला विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय उचेहरा के अंतर्गत हाई स्कूल लोहरौरा का बताया जा रहा है। जहां पर प्राचार्य टेबल पर पैर रखकर मटरगश्ती करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस पूरे मामले में तरह-तरह के प्रश्न उठ रहे हैं। लिहाजा जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित ने पूरे मामले को दिखाने की बात कही है। विद्यालय में छात्रों के द्वारा झाड़ू भी लगवाई जाती है। जो प्रतिदिन का नियम हो गया है। वही इस बात पर जोर दिया जाता है कि यहां पर कोई सफाई कर्मचारी नहीं है, जिसके चलते नोनीहालों से झाड़ू लगवाई जाती है। लेकिन शासन के द्वारा इस तरह के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं कि नौनिहालों से झाड़ू लगवाई जाए।
मगर यहां पर पूरा मामला उलटा दिखाई दे रहा है और हाई स्कूल लोहरौरा में छात्रों से झाड़ू लगवाई जा रही है। इस तरह का वीडियो लगातार सोशल मीडिया में वायरल भी हो रहा है। इसके साथ ही विद्यालय में कोई किसी काम के लिए जाता है तो विद्यालय के प्राचार्य टेबल में पैर रखकर बातचीत करते हैं जो काफी हमारे अशोभनीय लगता है। लेकिन इस पूरे मामले से बेखबर कोई भी कार्यवाही अभी तक प्रशासन के द्वारा नहीं की गई है,जिसके चलते शासन और प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है।
कूलर घोटालाः पुराना एग्जॉस्ट, नया बिल
प्राचार्य पर स्कूल में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं।
कुछ दिनों पहले स्कूल के लिए नया कूलर खरीदा गया, लेकिन कूलर में पुराना एग्जॉस्ट फैन लगाया गया है।
इसके बावजूद, नए एग्जॉस्ट खरीदने का बिल स्कूल में जमा किया गया।
इस गड़बड़ी से साफ है कि स्कूल में अनियमितताएं हो रही हैं।
छात्रों से दुर्व्यवहार
प्राचार्य के खिलाफ दुर्व्यवहार की बात भी सामने आई हैं।
वे अक्सर तेज आवाज में चिल्लाते हैं और छात्रों से अनुचित भाषा में बात करते हैं।
उनका व्यवहार बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है।
खेल के मैदान में बच्चों के साथ अनुचित व्यवहार
गांव के लड़के जब स्कूल के मैदान में खेलते हैं, तो प्राचार्य उन्हें आतंकित करके भगा देते हैं।
यह घटना बच्चों के बीच आक्रोश का कारण बनी है। हाल ही में कुछ बच्चों ने दीवारों पर गालियां लिखकर अपना विरोध जताया। उनका कहना है कि स्कूल के प्राचार्य का यह रवैया अस्वीकार्य है और इसे जल्द से जल्द बदला जाना चाहिए।
दीवारों पर लिखी गई गालियों ने इस विरोध को और भड़काया है।
बिजली तार घोटाला
पूर्व प्राचार्य द्वारा नदी से शाला तक बिजली तार खरीद कर कनेक्शन लिया गया था, अब बिजली पोल खंबे लग जानें से तीन बंडल तार अनुपयोगी हो गई थी जिसे कबाड़ में बेंच दिया लेकिन आयी रकम कैश बुक में दर्ज़ नहीं किया।
पुरानी किताबें, अनुपयोगी प्रैक्टिकल फाइलें, रद्दी कागज़ बेंच कर रकम अपनें जेब में रख ली।
इनका कहना है
हाई स्कूल लोहरौरा के मामले में जांच करने के उपरांत ही कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। नीरव दीक्षित
जिला शिक्षा अधिकारी सतना।
भारत विमर्श सतना मध्य प्रदेश