चित्रकूट में सीवर लाइन कंपनी द्वारा खोदी गई सड़क के तीस फिट गहरे काम करते समय दबा मजदूर। दो घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद निकाला जा सका
1 min readचित्रकूट – चित्रकूट में सीवर लाइन कंपनी द्वारा खोदी गई सड़क मे लगभग तीस फिट गहरे काम करते समय मजदूर दब गया।जिसे लगभग दो घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।निकालने के दौरान मिट्टी धंसने से दूसरा मजदूर भी दब गया था, लेकिन दोनो ही मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है
चित्रकूट में बुधवार को अक्षयवट बाईपास तिराहे पर सीवर लाइन कंपनी द्वारा खोदी गई लगभग तीस फिट गहरी सड़क पर काम करते समय मिट्टी धंसने से मजदूर दब गया।जिसके चलते हड़कंप मच गया।आनन फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया गया।लेकिन बीते वर्ष पहले ही मिट्टी पूराव कर बनाई आरसीसी सड़क की मिट्टी तीस फिट गहरे खोदने के कारण धंस गई।जिसके कारण काम कर रहा मजदूर दब गया।जिसे निकालने के प्रयास शुरु किए गए।रेस्क्यू ऑपरेशन जिस समय जारी था,उसी समय एक बार पुनः मिट्टी धंस गया जिसके कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा एक दूसरा मजदूर भी मिट्टी में दब गया।जिससे मौके पर मौजूद लोगों के हाथ पांव फूल गए।बावजूद इसके रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा गया। और लगभग दो घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनो मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल कर जानकी कुण्ड चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है।मौके पर मौजूद एसडीओपी चित्रकूट रोहित राठौर द्वारा बताया गया कि दोनो मजदूरों सुरक्षित बाहर निकाल कर इलाज हेतु जानकी कुण्ड चिकित्सालय पहुंचाया गया है।पूर्व सांसद प्रतिनिधि स्थानीय भाजपा नेता काशी त्रिपाठी द्वारा सीवर लाइन कंपनी सहित सीवर लाइन के स्थानीय इंजीनियर पारस के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा गया कि सीवर लाइन कंपनी द्वारा एक साथ पूरे चित्रकूट की सड़कों को खोद कर फेंक दिया गया है।चित्रकूट धार्मिक स्थल है जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रृद्धालु भक्त आते हैं।लेकिन सीवर लाइन कंपनी द्वारा खोदी गई सड़कों के चलते लोग बेहद परेशान हैं।जिस समय मजदूर मिट्टी में दबा,उस समय इंजीनियर पारस और ठेकेदार दोनो मौके पर मौजूद थे।लेकिन मजदूर के मिट्टी में दबने की खबर सुनकर दोनो मौके से भाग खड़े हुए।काशी त्रिपाठी द्वारा कहा गया है कि सीवर लाइन निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।जिसे शायद कोई भी देखने सुनने वाला नहीं है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश