April 28, 2024

चुनाव आयोग EVM को लेकर कर रहा जनता को जागरूक

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नई दिल्ली – दिल्ली चुनाव आयोग ने बुधवार को 2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले EVM और VVPAT को लेकर जागरुकता अभियान की शुरुआत कर दी है. दिल्ली की सभी 70 सदस्यीय विधानसभा में 70 वाहन EVM और VVPAT मशीन लेकर जाएंगे और लोगों को जानकारी देंगे. देशभर में राजनीतिक दलों के आरोप के बीच शुरू की गई ‘डेमोक्रेसी ऑन व्हील्स’ अब EVM पर उठ रहे सवालों के जवाब जनता को देगी।

बुधवार से पूरी दिल्ली के मतदाताओं को VVPAT (Voter Verified Paper Audit Trail) का डेमो दिया जाएगा. दिल्ली के पूर्वी जिले ने बुधवार को पहली ‘डेमोक्रेसी ऑन व्हील्स’ को दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर रनबीर सिंह ने लॉन्च किया. इसके अंतर्गत EVM दिल्ली के सभी पोलिंग स्टेशनों पर जाकर मतदाताओं को VVPAT मशीन का डेमो देगी और जागरूक करेगी।

मतदाताओं के लिए जानकारी

दिल्ली में कुल 19,200 VVPAT मशीनें हैं, उनमें से 10% इस कैम्पेन के लिए पूरी दिल्ली में लगाए जा रहे हैं. वोट देने के बाद VVPAT मशीन में मतदाता 7 सेकंड के लिए देख सकेगा कि उसका वोट उसके चुने हुए उम्मीदवार को गया है या नहीं. चुनाव आयोग ने दावा किया है कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पूरी दिल्ली में सभी बूथ पर EVM के साथ VVPAT इस्तेमाल की जाएंगी।

दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर रनबीर सिंह ने इस अभियान को लॉन्च करते हुए कहा कि ज्यादातर लोगों को ईवीएम के बारे में जानकारी है, लेकिन VVPAT के बारे में नहीं. हर वोटर को VVPAT की जानकारी होना बेहद जरूरी है. इसके मद्देनजर ‘डेमोक्रेसी ऑन व्हील्स’ अभियान शुरू किया गया है. एक वाहन के जरिये EVM और VVPAT मशीन अलग-अलग इलाकों में जाएगी. दिल्ली के सभी जिलों में वोटर्स को इसका डेमो दिया जाएगा।

दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर रनबीर सिंह से जब पूछा गया कि क्या EVM को लेकर उठ रहे संदेह को दूर करने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है तो उन्होंने कहा कि जनवरी से फरवरी महीने के अंत तक यह अभियान चलाया जाना है. इस दौरान पर्चे बांटकर EVM से जुड़े हर सवाल और संदेह को दूर करने की कोशिश होगी.

पुलिस सुरक्षा में रहेगी मशीन

जागरुकता अभियान के लिए इस्तेमाल की जाने वाली EVM की सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किया गया है, इन्हें छेड़छाड़ से कैसे बचाया जाएगा? ‘आजतक’ के इस सवाल के जवाब में दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने जवाब दिया कि चुनाव आयोग के नियमों का पालन होगा. EVM को रात के वक्त किसी प्राइवेट जगह पर नहीं बल्कि पुलिस सुरक्षा के बीच सरकारी संस्थान में रखी जाएगी।
एक राजनीतिक दल का आरोप है कि दिल्ली में वोट काटे जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में रनबीर सिंह ने कहा कि ऐसी शिकायतों की जांच की गई थी और तथ्यों को राजनीतिक दल के साथ साझा भी किया गया था. चुनाव आयोग का मानना है कि हर वोटर का नाम लिस्ट में होना चाहिए. फिलहाल सभी पोलिंग स्टेशन पर BLO को छूटे हुए वोटर का नाम जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।

वोटर के नाम जुड़वाने के लिए हर राजनीतिक दल को एक बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने की अपील चुनाव आयोग ने की थी. इस मामले में कई बार राजनीतिक दलों को पत्र भी लिखा गया लेकिन 13816 पोलिंग स्टेशन में बेहद कम एजेंट नियुक्त हुए हैं. ऐसे एजेंट वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने में अहम अदा रोल कर सकते हैं.

EVM से छेड़छाड़ संभव नहीं

इसके अलावा चुनाव आयोग देशभर में VVIP अभियान चलाएगी. VVIP यानि Voter Verification and Information Program. इस अभियान में सभी राज्यों में वोटर हेल्पलाइन शुरू की जाएगी. दिल्ली में हेल्पलाइन नंबर 1950 होगा. इस हेल्पलाइन नंबर पर कोई भी शख्स नाम जुड़वाने, नाम कटवाने या शिकायत भी कर सकता है. इस अभियान के तहत हर वोटर से अपील की जा रही है कि हेल्पलाइन नंबर 1950 पर SMS करके चेक कर लें कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं।
वोटर के मन मे एक सवाल है कि क्या EVM हैक हो सकती है? इस सवाल के जवाब में दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर रनबीर सिंह ने दावा करते हुए कहा कि EVM टेम्पर प्रूफ है. सुप्रीम कोर्ट के सामने जब सवाल आया तब स्पष्ट किया गया कि EVM बाहर के किसी नेटवर्क से लिंक नहीं होती. EVM का वाईफाई और इंटरनेट के साथ लिंक संभव नहीं है. इसके अलावा अगर EVM से कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है तो मशीन तुरंत काम करना बंद कर देगी. इसलिए संभव नहीं है कि EVM की टेम्परिंग हो और रिजल्ट से छेड़छाड़ की जाए।

भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश

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