भगवान राम, लक्ष्मण, सीता सहित तैरेगी पत्थर से बनी नाव
1 min read
ग्वालियर- राम नाम से पत्थर भी पानी में तैर जाते है, ये प्रसंग हमने रामायण में देखा है, लेकिन कलयुग में भी राम नाम से पत्थर पानी में तैर सकता है यह कोई नहीं कल्पना भी नहीं कर सकता। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है लेकिन ग्वालियर की भगवान राम की प्रतिकृति देशभर में सुर्खियों में है। मूर्तिकार दीपक ने पत्थर का नायब शिल्प बनाया है। ग्वालियर मिंट स्टोन का करीब 50 किलो वजनी पत्थर लिया और इसे तराशना शुरू किया। दीपक सहित तीन कारीगरों ने 40 दिन-रात मशक्कत कर इसे तराशकर त्रेता युग के केवट संवाद दृश्य में तब्दील कर दिया।
पत्थर की इस नाव में भगवान राम, लक्ष्मण, सीता जी विराजित हैं और केवट नाव चला रहे हैं। भगवान राम को जब वनवास मिला था तो केवट ने उन्हें अपनी नाव में बिठाकर जंगल में छोड़ा था। पानी में तैरती पत्थर की नाव इसी दृश्य को दिखा रही है। दीपक को इस बात की खुशी है कि अब 500 साल बाद भगवान राम लौटकर अयोध्या आ रहे हैं और भव्य मंदिर में विराजित होंगे।
भारत विमर्श भोपाल मप्र.