धूमधाम और हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया 51वां कजलियां महोत्सव – राजमहल
1 min readचित्रकूट – विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी पावन रक्षा बंधन पर्व के दूसरे दिन मंदाकिनी नदी के तट नव मठा घाट पर कजलियां महोत्सव का आयोजन किया गया। चित्रकूट राजपरिवार द्वारा बीते 51 वर्षों से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है।
चित्रकूट की पवित्र नदी मंदाकिनी के तट के नव मठा घाट पर धूमधाम से हर्षोल्लास पूर्वक गुरुवार को कजलियां महोत्सव का आयोजन किया गया। गौर तलब है कि चित्रकूट राजपरिवार द्वारा बीते 51 वर्षों से कजलियां महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह कजलियां का जुलूस राजमहल से निकल कर सभी जगह घूमते हुए घाट पहुंचा।
गुरुवार 31 अगस्त को पवित्र नदी मंदाकिनी के तट नव मठा पर शायंकाल अदभुद नजारा देखने में आया,जब हाथी घोड़े,बैंड बाजा के साथ हजारों की तादात में महिलाएं, बच्चियां कजलियां खोटने निकली। इस अदभुद दृश्य को देखने के लिए मंदाकिनी नदी के दोनो तरफ हजारों की भारी भीड़ मौजूद थी। और नदी के दोनो ही किनारों पर मेले जैसा दृश्य मौजूद था। इसके पूर्व राजपरिवार के सदस्य चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी सहित अन्य पारिवारिक जन महोत्सव में शामिल रहे। कजलियां महोत्सव के दौरान परंपरागत रूप से लगने वाले दंगल का भी आयोजन किया गया।
जिसमे दूर दूर से आए पहलवानों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया गया।विजेता पहलवानों को विधायक नीलांशु चतुर्वेदी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमे ख्यातिलब्ध संगीत के कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई वहीं विधायक द्वारा सभी का आभार व्यक्त करते हुए कजलियां का महत्व बताया गया साथ ही नन्हे राजा ने कजलियां में होने वाले अलग – अलग रंगो का महत्व बताया। तो वहीं कार्यक्रम के अंत में प्रियांशु चतुर्वेदी के द्वारा कलाकारों को सम्मानित किया गया। कलाकार मौजूद रहे। मंच में मुख्य रूप से कार्यकम के संयोजक नन्हे राजा ,गुड्डा राजा, संत साहब बाबा, पंकज मिश्रा थाना प्रभारी, राममिलन मिश्रा, मुन्ना गर्ग, रामबिहारी तिवारी, राधाकांत पाण्डेय,मुन्ना गुप्ता,एवं सभी गणमान्य नागरिक एवं डिजायर परिवार उपस्थित रहे।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश