हुस्न की मल्लिका मधुबाला
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दिलकाश, मनमोहक मुस्कान की मल्लिका मधुबाला का जन्म 14 फरवरी, 1933 को अताउल्ला खान और आयषा बेगम के घर दिल्ली हुआ। वो 11 भाई-बहनों में पाँचवें नंबर पर थी। उनके बचपन का नाम मुमताज बेगम जहाँ देहलवीं थी। जब वो महज 7 साल की थी तो उनके पिता की नौकरी छुट गई। नन्हीं मुमताज ने अपने पिता से कहा कि वो उन्हें लेकर मुंबई जायें। बेबी मुमताज को पहली बार बतौर बाल कलाकार बसंत (1942) फिल्म में काम करने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने मुमताज शांति की बेटी का रोल निभाया था।
देविका रानी ने उनका नाम मधुबाला रखा। धीरे-धीरे मधुबाला को फिल्में मिलने लगी और वे सफलता की सीढि़याँ चढ़ने लगी।
उनका प्रेम-जीवन निराशाजनक रहा। उनका प्रेम एक फिल्म के बनने से शुरू हुआ और फिल्म पूरी होने तक खत्म हो गया। वो दिलीप कुमार से पहली बार ज्वार-भाटा फिल्म की सेट पर मिली, पर उनकी मोहब्बत मुगले-आजम के सेट पर परवान चढ़ने लगी और मुगले-आजम को बनने में 9 साल लगे। इस बीच इनका प्यार और गहरा हो गया, पर पिता के मना करने पर ये दिलीप कुमार से अलग हो गई।
बाद में मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी की। जब वो अपने स्टारडम की ऊँचाईयों पर थी, तभी वो अचानक बीमार रहने लगी और पहली बार उन्हें अपनी बीमारी कि उनके दिल में छेद है फिल्म ’’बहुत दिन हुए’’ की शूटिंग के दौरान पता चली। उनके मुँह और नाक से भी हमेशा खून आने लगा। उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया, जिससे वो हमेशा खाँसती रहती थी और फिर 23 फरवरी, 1969 को महज 36 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी इच्छा थी कि उन्हें सान्ता क्रूज के कब्रिस्तान में दफनाया जाए। 18 मार्च, 2008 को भारतीय डाक विभाग ने उनकी फोटो वाली पोस्टेज स्टांप जारी किया।
अपनी उदारता, मिलनसार स्वभाव और अपनी मनमोहक मुस्कान के लिए वो हमेशा याद की जाती हैं। अपनी मुस्कान के लिए उन्हें वीनस कहा जाता है।