रोगी कल्याण समिति के कर्मचारी भी बैठे हड़ताल पर
1 min readसतना – जिले के सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं। पहले से ही हड़ताल पर जा चुके नर्सिंग स्टॉफ के बाद अब रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों ने भी काम बंद कर दिया है। अपनी मांगों के समर्थन में लगभग पौने तीन सौ नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने के बाद बुधवार को सतना जिला अस्पताल में कार्यरत रोगी कल्याण समिति के 57 कर्मचारियों ने भी आंदोलन की राह पकड़ ली। कामकाज ठप कर रोगी कल्याण समिति के कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए और उन्होंने भी अस्पताल परिसर में नर्सिंग स्टाफ के बगल में तंबू लगा कर नारेबाजी शुरू कर दी। रोगी कल्याण समिति के कर्मचारी भी शासन-प्रशासन से अपनी मांगों की पूर्ति न होने से नाराज हैं। समिति के कर्मचारी और नर्सिंग स्टाफ तंबू के नीचे बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उधर, नर्सिंग स्टाफ को डॉक्टर्स का भी समर्थन मिल गया है लिहाजा उनके हौसले बुलंद हैं।
कर्मचारियों की इस नाराजगी का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। हालांकि संविदा स्टॉफ अभी मोर्चा संभाले हुए है। लेकिन, काम के मुकाबले उनकी संख्या नाकाफी होने से व्यवस्थाएं बेपटरी होने लगी हैं। अस्पताल में मरीजों की केयर और यहां तक कि इंजेक्शन लगाने का काम भी प्रभावित हो रहा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन वैकल्पिक इंतजामों के प्रयास कर रहा है।
अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना मध्य प्रदेश