पुतिन पर टूटा था मुसीबतों का पहाड़
1 min readयूक्रेन के साथ पंगा लेना अब रूस को भारी पड़ रहा है. भले ही रूस की गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के तौर पर की जाती है लेकिन अब पुतिन के अपने ही लोग उनके खिलाफ होने लगे हैं. वैगनर ग्रुप ने पुतिन की सत्ता के खिलाफ हथियार उठा लिया है लेकिन कभी रूसी राष्ट्रपति को और भी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. क्योंकि, अन्य 5 खतरनाक लड़ाकों ने भी रूसी सरकार को चुनौती देना शुरू कर दिया था. रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप का मुख्य फाइनेंसर येवेनी प्रोगोझिन है, जो अब पुतिन को सीधे ललकार रहा है
दिमित्री उत्किन एक कट्टर रूसी राष्ट्रवादी है जो हिटलर का बहुत बड़ा समर्थक कहा जाता है. कई मीडिया रिपोर्ट् की मानें तो यह वैगनर समूह का एक ऑपरेशनल कमांडर भी है।
एंड्री ट्रोशेव ने कभी राजकीय सम्मान पा चुका है जिसने पुतिन के साथ फोटो भी खिंचा रखी है. यूरोपीय संघ की मानें तो ट्रोशेव वैगनर का ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ है, जो कई मायनों में दिमित्री उत्किन का सीनियर है. खबरों की मानें तो यह शख्स रूस की सेना में कर्नल के पद पर काम कर चुका है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अफ्रीका में वैगनर ग्रुप का ऑपरेशन कॉन्स्टेंटिन पिकालोव द्वारा चलाया जाता है. गौरतलब है कि पिकालोव रूसी सशस्त्र बल का अनुभवी सैनिक भी रह चुका है. कॉन्स्टेंटिन पिकालोव ने कई अफ्रीकी देशों में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ काम किया है और कई रूसी कंसल्टेंट को सुरक्षा सेवाएं प्रदान की हैं।
इगोर कोस्त्युकोव की उम्र 62 साल है जो नौसैनिक एडमिरल रह चुका है. इसके अलावा कोस्त्युकोवा ने रूस की जीआरयू सैन्य खुफिया इकाई में बतौर चीफ भी काम किया है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि एलेक्सी ड्युमिन राष्ट्रपति का निजी सिक्योरिटी गार्ड भी रह चुका है जो उनके सबसे विश्वासपात्र लोगों में शामिल था. एलेक्सी ड्युमिन ने बतौर डिप्टी रक्षा मंत्री भी काम किया है।
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