May 23, 2025

शासन प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए कर्मचारियों ने किया सुन्दरकाण्ड पाठ

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चित्रकूट – प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों की तरह ग्रामोदय विश्वविद्यालय को भी मध्यप्रदेश शासन की पेंशन योजना का भागीदार सदस्य बनाकर विश्वविद्यालयीन सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुसार मंहगाई भत्ता जोड़कर पेंशन व एरियर्स का भुगतान करने, मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट आदेश के बावजूद विश्वविद्यालय में साल 2007 के बाद कलेक्टर रेट तथा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में विश्वविद्यालयीन सेवा में बीते दस सालों से लगातार काम कर रहे एक दर्जन दैनिक वेतन भोगियों को स्थाई कर्मी घोषित करते हुए उनका नियमितीकरण कर सातवें वेतनमान का लाभ प्रदान करने, विश्वविद्यालय समन्वय समिति की बैठकों में हुए  स्पष्ट निर्णय के बावजूद विश्वविद्यालय में काम कर रहे अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों को मेडीक्लेम योजना का लाभ देने और तीन दशकों से ज्यादा समय से पदोन्नति की बाट जोह रहे कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ देने जैसी नौ सूत्रीय मांगों के हल के लिए मध्यप्रदेश संयुक्त विश्वविद्यालयीन संघर्ष समिति एवं मध्यप्रदेश विश्वविद्यालयीन गैर शिक्षक कर्मचारी महासंघ, भोपाल के तत्वावधान में प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालयों सहित सतना जिले के चित्रकूट स्थित ग्रामोदय विश्वविद्यालय में बीते 15 मई से चलाए जा रहे कार्य बहिष्कार आंदोलन के क्रम में आज मंगलवार को विवि के सभी अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों ने मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की जिला इकाई के समर्थन से विवि के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के बैनर तले मध्यप्रदेश सरकार तथा ग्रामोदय प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जगाकर सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु विवि के प्रशासनिक भवन (गांधी भवन) के पीछे स्थित श्री हनुमान मंदिर में एकत्रित होकर सस्वर सामूहिक श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ कर प्रसाद वितरण किया। कार्य बहिष्कार आंदोलन के क्रम में आज भी सुबह 10 से सायं 4 बजे तक सभी कर्मचारियों ने अपने-अपने काम का बहिष्कार करते हुए प्रशासनिक भवन में धरना, प्रदर्शन करते हुए विवि प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
गौरतलब है कि हड़ताल का असर प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों की तरह अब ग्रामोदय विश्वविद्यालय में भी देखा जा रहा है। अब हड़ताल का असर विवि के रोजमर्रा के कामकाज के साथ-साथ परीक्षाओं पर भी दिखाई दे रहा है। विवि आने वाले छात्र भी अपने कामकाज के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं, लेकिन ग्रामोदय के हठधर्मी प्रशासन को इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है।
सूत्र बताते हैं कि गैर शैक्षणिक पदों के प्रभार वाले प्रशासनिक पदों पर हमेशा शिक्षकों के प्रभार के सहारे चलने वाले ग्रामोदय विश्वविद्यालय में अगर बात की जाय शोध निदेशालय के निदेशक के साथ-साथ विवि के कामचलाऊ कुलसचिव का काम देख रहे प्रो. रमेश चंद्र त्रिपाठी की या फिर इतिहास के शिक्षक के साथ-साथ स्थापना विभाग के कामचलाऊ उपकुलसचिव प्रशासन व स्थापना का काम देख रहे डॉ. त्रिभुवन सिंह की या बाबू से कामचलाऊ कार्यालय अधीक्षक व सहायक कुलसचिव स्थापना के प्रभार में बैठा दिए गए विजय शर्मा की इन सबका कर्मचारी आंदोलन या कर्मचारियों की समस्याओं से कभी कोई सरोकार रहा ही नहीं है, इसीलिए आलम यह है कि पदोन्नति समिति के बीते तीन महीने पहले गठन के बावजूद विवि में पदोन्नति की प्रक्रिया आज तक प्रारंभ नहीं हो पाई है। इसी तरह न तो दैनिक वेतन भोगियों के नियमितीकरण के लिए कोई कार्रवाई होती दिखाई दे रही है न ही मेडीक्लेम योजना लागू करने पर। विवि कर्मचारियों की निर्धारित समय पर वेतन-वृद्धि लागू करने का मामला हो या फिर समयमान वेतनमान योजना का लाभ देने की बात हो, कर्मचारी हित के ऐसे मामलों में ये कभी भी संजीदा नहीं रहे हैं। नौ सूत्रीय मांगों के अलावा कर्मचारी हित से जुड़े यह भी ऐसे प्रमुख मामले हैं जो इनकी हीलाहवाली के कारण एक और आंदोलन का कारण बन सकते हैं।
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के सतना जिले के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद गर्ग, संघ के अध्यक्ष व महासंघ के प्रांतीय संयोजक सत्यनारायण गर्ग “मुन्ना”,  संघ के उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्रांतीय उपाध्यक्ष रविराज सिंह, महासचिव विद्यानंद चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष डॉ. लालचंद्र गुप्ता, वरिष्ठ शिक्षक डॉ. प्रसन्न पाटकर, अवधेश यादव, डा. दादूराम, नारायण यादव, डॉ. लाला भैया यादव, प्रमोद त्रिवेदी, इंद्रजीत पाठक, विजय कुमार अवस्थी, रामाश्रय वर्मा एवं महेश सिंह सहित अनेक शिक्षक व कर्मचारी नेताओं ने ग्रामोदय प्रशासन से 01 जून को सभी अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से मय पी.एफ.+सी.पी.एफ. वेतन भुगतान करते हुए नौ सूत्रीय मांगों के हल में पूरी संजीदगी बरतने का आग्रह किया है साथ ही मांगें पूरी न होने पर आगामी 02 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।

जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०

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