साहिल, सन्नी बन कर की थी साक्षी से दोस्ती,भेद खुलने पर कर दी हत्या
1 min read
नई दिल्ली – साक्षी ने महज चंद दिनों पहले ही साहिल से दोस्ती तोड़ी थी और वह उससे मिलने से लगातार इनकार कर रही थी। इसी बात से साहिल नाराज था और शनिवार को साक्षी बर्थ-डे पर जा रही थी तभी साहिल ने उसे रास्ते में रोक लिया और उसे अपने साथ चलने को कहा, लेकिन साक्षी ने इस बार भी इंकार कर दिया,जिससे गुस्साए साहिल ने बड़े ही क्रूर तरीके से उसकी हत्या कर दी। आरोपी साहिल ने अपनी असली पहचान छिपाकर साक्षी से दोस्ती की थी। उसने अपना नाम सन्नी बताया था। लड़की को उसकी असली पहचान पता चल गई थी। उसके बाद से साक्षी ने उससे दूरी बना ली थी। इस बात से साहिल चिढ़ गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि साहिल ने लोगों को अपना नाम सन्नी बताया था। उसने साक्षी से भी अपनी असली पहचान छिपाकर दोस्ती की थी।
साहिल के हाथ में बंधे कलावे और बीजेपी नेता के एक ट्वीट ने इस मामले में लव- जिहाद से जोड़ा दिया है। शाहबाद डेयरी ई ब्लॉक में रहने वाली साक्षी को बीस से ’यादा चाकू से वार कर उसका साहिल ने मार डाला। साक्षी के सपने काफी बड़े थे वह वकील बनना चाहती थी। साहिल ने अपने चाकू से साक्षी और उसके परिवार के सपनों को खून से सान दिया है। साहिल को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
साक्षी के पिता ने कहा कि उसकी बेटी की जिस तरह से हत्या की है। कोई जानवर भी किसी को नहीं मारता है। साक्षी की मां का कहना है कि बेटी की जान गई है। हमें आरोपी साहिल की भी जान चाहिए। तभी इंसाफ हो पाएगा। साक्षी की हत्या के बार जिस तरह से इलाके में टेंशन का माहौल बना हुआ है। उसको देखकर पुलिस ने साक्षी का अन्तिम संस्कार जल्दी जल्दी करवा दिया।
क्या साहिल ने अपना नाम बदलकर दोस्ती की थी!
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साहिल से शुरूआती जांच में पता चला है कि दोनों में दोस्ती किसी विवाद को लेकर खत्म हो गई थी। लेकिन वह विवाद को लेकर कई बार अपने बयान भी बदल रहा है। इस विवाद की सच्चाई जानने के लिये अब उसकी सहेली भावना और नीतू से पूछताछ की जाएगी।
उनको शक है कि साक्षी को साहिल की कुछ बातों के बारे में पता चल गया था। उनको यह भी शक है कि कहीं साहिल कोई दूसरा नाम बदलकर साक्षी से दोस्ती को नहीं कर रहा था,जिसके बारे में साक्षी को पता चल गया था। यह भी हो सकता है कि साहिल साक्षी को किसी ओर से बातचीत करते हुए नहीं देख सकता था। जिसको लेकर दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि साहिल ने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी।
एक वार में चाकू शरीर में फंस भी गया था
सीसीटीवी में दिखाई दे रहे एक वार में तो साहिल ने जब साक्षी पर चाकू से वार किया। उस वक्त साक्षी मर चुकी थी। एक वार तो ऐसा था जो बदन में धंस गया और चाकू के साथ पूरा शरीर खींचा चला आया। चाकू उसके शरीर के ऊपरी हिस्से में फंस भी गया था। जब उसने चाकू निकालने की कोशिश की।
चाकू के साथ शरीर भी चाकू से ऊपर आ गया था। दो से तीन बाद चाकू से झटका मारने पर शरीर दोबारा से जमीन पर गिर गया था। साहिल का दिल नहीं भरा. उसने एक पत्थर उठाया और दनादन वार करने लगा। कुछ पल बाद लौटा और एक बड़ा सा पत्थर उठाकर फिर साक्षी के बेजान जिस्म पर मारने लगा। जब बदन छलनी करके मन नहीं भरा तो पत्थर उठा लिया और शव को कुचलता रहा था।
साक्षी की मां ने बताया कि साक्षी अपनी सहेलियों व रिश्तेदारों की सहायता करती थी। दस दिन पहले ही वह मां व सहेली के घर पर गई थी। सहेली का पति किसी वारदात में जेल में गया हुआ है। साक्षी ने कहा कि सहेली का पति जेल से बाहर आ जाएगा तो वह वापिस घर आ जाएगी। बीती रात को जब साक्षी से फोन पर बातचीत की थी।
साक्षी ने कहा था कि सहेली के बेटे का जन्मदिन है। उसका जन्मदिन मनाएगी और जब जीजा जी दो तीन दिन में वापिस आ जाएंगे तो वह वापिस आ जाएगी। उसने कहा था कि म मी मैं तु हारा अ‘छा बेटा बनकर दिखाऊंगी,मैं आगे पढकर दिखाऊंगी। उसने इस बार दसवीं कक्षा में पास हो गई थी। वह जन्मदिन का सामान आदि रखकर वापिस सहेली के घर पर गई थी। उसको तो पड़ोसियों ने आकर वारदात की जानकारी दी थी कि साक्षी की चाकू मारकर हत्या कर दी है। साहिल को वह जानती तक नहीं हैं। साक्षी ने भी उसका परिवार में कोई जिक्र तक नहीं किया हुआ था।
डेढ़ मिनट तक साहिल साक्षी पर करता रहा वार,बस देखते रहे लोग
साक्षी हत्याकांड में साहिल ने उसपर डेढ मिनट से ’ज्यादा चाकू और पत्थर की सिल से वार किये थे। इस बीच महिला समेत दर्जनभर लोग वहां से गुजरे और वहीं पर रूके भी थे। लेकिन किसी एक ने न तो पुलिस को वारदात की जानकारी दी और न ही साहिल को रोकने की।
लोग तमाशबीन बनकर बस साहिल को चाकू मारते हुए देखते रहे थे। परिवार का कहना है कि अगर उनमें से एक दो लडक़े साहिल को पकड़ लेते तो शायद साक्षी घायल होती और आज हमारे सामने ही होती। मगर किसी ने साक्षी को बचाने की कोशिश नहीं की थी। यहीं नहीं जब पुलिस वाले मौके पर पहुंचे किसी एक ने भी बयान नहीं दिेये थे। जबकि देखा सभी ने था।
साक्षी ने महज चंद दिनों पहले ही साहिल से दोस्ती तोड़ी थी और वह उससे मिलने से लगातार इनकार कर रही थी। इसी बात से साहिल नाराज था और शनिवार को साक्षी बर्थ-डे पर जा रही थी तभी साहिल ने उसे रास्ते में रोक लिया और उसे अपने साथ चलने को कहा, लेकिन साक्षी ने इस बार भी इंकार कर दिया,जिससे गुस्साए साहिल ने बड़े ही क्रूर तरीके से उसकी हत्या कर दी।
आरोपी साहिल ने अपनी असली पहचान छिपाकर साक्षी से दोस्ती की थी। उसने अपना नाम सन्नी बताया था। लड़की को उसकी असली पहचान पता चल गई थी। उसके बाद से साक्षी ने उससे दूरी बना ली थी। इस बात से साहिल चिढ़ गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि साहिल ने लोगों को अपना नाम सन्नी बताया था। उसने साक्षी से भी अपनी असली पहचान छिपाकर दोस्ती की थी।
साहिल के हाथ में बंधे कलावे और बीजेपी नेता के एक ट्वीट ने इस मामले में लव- जिहाद से जोड़ा दिया है। शाहबाद डेयरी ई ब्लॉक में रहने वाली साक्षी को बीस से ’यादा चाकू से वार कर उसका साहिल ने मार डाला। साक्षी के सपने काफी बड़े थे वह वकील बनना चाहती थी। साहिल ने अपने चाकू से साक्षी और उसके परिवार के सपनों को खून से सान दिया है। साहिल को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
साक्षी के पिता ने कहा कि उसकी बेटी की जिस तरह से हत्या की है। कोई जानवर भी किसी को नहीं मारता है। साक्षी की मां का कहना है कि बेटी की जान गई है। हमें आरोपी साहिल की भी जान चाहिए। तभी इंसाफ हो पाएगा। साक्षी की हत्या के बार जिस तरह से इलाके में टेंशन का माहौल बना हुआ है। उसको देखकर पुलिस ने साक्षी का अन्तिम संस्कार जल्दी जल्दी करवा दिया।
क्या साहिल ने अपना नाम बदलकर दोस्ती की थी!
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साहिल से शुरूआती जांच में पता चला है कि दोनों में दोस्ती किसी विवाद को लेकर खत्म हो गई थी। लेकिन वह विवाद को लेकर कई बार अपने बयान भी बदल रहा है। इस विवाद की सच्चाई जानने के लिये अब उसकी सहेली भावना और नीतू से पूछताछ की जाएगी।
उनको शक है कि साक्षी को साहिल की कुछ बातों के बारे में पता चल गया था। उनको यह भी शक है कि कहीं साहिल कोई दूसरा नाम बदलकर साक्षी से दोस्ती को नहीं कर रहा था,जिसके बारे में साक्षी को पता चल गया था। यह भी हो सकता है कि साहिल साक्षी को किसी ओर से बातचीत करते हुए नहीं देख सकता था। जिसको लेकर दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि साहिल ने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी।
एक वार में चाकू शरीर में फंस भी गया था
सीसीटीवी में दिखाई दे रहे एक वार में तो साहिल ने जब साक्षी पर चाकू से वार किया। उस वक्त साक्षी मर चुकी थी। एक वार तो ऐसा था जो बदन में धंस गया और चाकू के साथ पूरा शरीर खींचा चला आया। चाकू उसके शरीर के ऊपरी हिस्से में फंस भी गया था। जब उसने चाकू निकालने की कोशिश की।
चाकू के साथ शरीर भी चाकू से ऊपर आ गया था। दो से तीन बाद चाकू से झटका मारने पर शरीर दोबारा से जमीन पर गिर गया था। साहिल का दिल नहीं भरा. उसने एक पत्थर उठाया और दनादन वार करने लगा। कुछ पल बाद लौटा और एक बड़ा सा पत्थर उठाकर फिर साक्षी के बेजान जिस्म पर मारने लगा। जब बदन छलनी करके मन नहीं भरा तो पत्थर उठा लिया और शव को कुचलता रहा था।
दस दिन पहले ही सहेली के घर पर ही रह रही थी साक्षी-मां
साक्षी की मां ने बताया कि साक्षी अपनी सहेलियों व रिश्तेदारों की सहायता करती थी। दस दिन पहले ही वह दो ब”ाों की मां व सहेली के घर पर गई थी। सहेली का पति किसी वारदात में जेल में गया हुआ है। साक्षी ने कहा कि सहेली का पति जेल से बाहर आ जाएगा तो वह वापिस घर आ जाएगी। बीती रात को जब साक्षी से फोन पर बातचीत की थी।
साक्षी ने कहा था कि सहेली के बेटे का जन्मदिन है। उसका जन्मदिन मनाएगी और जब जीजा जी दो तीन दिन में वापिस आ जाएंगे तो वह वापिस आ जाएगी। उसने कहा था कि म मी मैं तु हारा अ‘छा बेटा बनकर दिखाऊंगी,मैं आगे पढकर दिखाऊंगी। उसने इस बार दसवीं कक्षा में पास हो गई थी। वह जन्मदिन का सामान आदि रखकर वापिस सहेली के घर पर गई थी। उसको तो पड़ोसियों ने आकर वारदात की जानकारी दी थी कि साक्षी की चाकू मारकर हत्या कर दी है। साहिल को वह जानती तक नहीं हैं। साक्षी ने भी उसका परिवार में कोई जिक्र तक नहीं किया हुआ था।
डेढ़ मिनट तक साहिल साक्षी पर करता रहा वार,बस देखते रहे लोग
साक्षी हत्याकांड में साहिल ने उसपर डेढ मिनट से ’यादा चाकू और पत्थर की सिल से वार किये थे। इस बीच महिला समेत दर्जनभर लोग वहां से गुजरे और वहीं पर रूके भी थे। लेकिन किसी एक ने न तो पुलिस को वारदात की जानकारी दी और न ही साहिल को रोकने की।
लोग तमाशबीन बनकर बस साहिल को चाकू मारते हुए देखते रहे थे। परिवार का कहना है कि अगर उनमें से एक दो लडक़े साहिल को पकड़ लेते तो शायद साक्षी घायल होती और आज हमारे सामने ही होती। मगर किसी ने साक्षी को बचाने की कोशिश नहीं की थी। यहीं नहीं जब पुलिस वाले मौके पर पहुंचे किसी एक ने भी बयान नहीं दिेये थे। जबकि देखा सभी ने था।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश