गूगल के सीईओ के एक ब्लॉगपोस्ट में गूगल एआई के बारे में बताई बड़ी बात
1 min readदिल्ली: गूगल ने अपने एक्सपेरिमेंटल AI चैटबॉट बार्ड को पेश किया है। कंपनी ने इसे माइक्रोसॉफ्ट के निवेश वाले पॉपुलर चैटजीपीटी से मुकाबले के लिए उतारा गया है। चैटजीपीटी एक पावरफुल AI टूल है। जो हाल के दिनों में काफी पॉपुलर हुआ है। इस बीच बार्ड को गूगल का जवाब माना जा रहा है।
1- गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉगपोस्ट में लिखा है कि बार्ड हमारे लार्ज लैंग्वेज मॉडल की पावर, इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी के साथ दुनिया की नॉलेज को जोड़ना चाहता है। गूगल बार्ड लम्डा पर बेस्ड है। ये डायलॉग एप्लिकेशन्स सिस्टम के लिए फर्म का लैंग्वेज मॉडल है।
2- बार्ड फ्रेश और हाई क्वालिटी रिस्पॉन्स देने के लिए इंफॉर्मेशन वेब से हासिल करता है। ऐसे में ये AI टूल अप टू डेट रिस्पॉन्स जनरेट करेगा। जोकि चैटजीपीटी फिलहाल नहीं करता है। गूगल की ये नई सर्विस कई और काम कर पाएगी। जैसे किसी पार्टी को प्लान करने के लिए टिप्स लेने हों या फ्रिज में बचे खाने के आधार पर कोई डिश तैयार करनी हो।
3- गूगल का ये नया चैटबॉट कॉम्प्लेक्स सब्जेक्ट भी आसानी से समझा पाएगा। जैसे कि आउटर स्पेस डिस्कवरी को ऐसे समझाने की कोशिश करेगा कि ये बच्चों को भी समझ आ जाए, बार्ड क्रिएटिविटी के लिए आउटलेट भी हो सकता है और क्यूरोसिटी के लिए लॉन्चपैड भी हो सकता है।
4- पिचाई ने कहा है कि बार्ड शुरुआत में टस्ट्रेड टेस्टर्स के एक ग्रुप के साथ एक्सक्लूसिव तौर पर उलब्ध होगा। बाद में इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा चूंकि, अभी नई सर्विस को पब्लिक नहीं किया गया है। ऐसे में इसके लिए अभी जनरल यूजर्स साइन अप नहीं कर सकते।
5- गूगल के द्वारा इस नए AI टूल की घोषणा एक ऐसे समय में की गई है। जब माइक्रोसॉफ्ट अपने बिंग सर्च इंजन में चैटजीपीटी के इंटीग्रेशन की घोषणा करने की तैयारी में है।
भारत विमर्श भोपाल म.प्र.