सरपंच ने रातों रात निजी आराजी में खुदवा दिया तालाब और किसानों को जेल भेजने की दे रहा धमकी
1 min readचित्रकूट – सतना जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है।साथ ही ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिव रोजगार सहायकों द्वारा किए जा भ्रष्टाचारों की शिकायत करने पर अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही न किए जाने के कारण लगातार इनके हौसले बुलंद हैं।और यह तिकड़ी ग्राम पंचायतों को बेच खाने पर आमादा है।
मामला सतना जिले की मझगंवा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सेजवार का है।ग्राम पंचायत सेजवार के सरपंच जयकरण यादव और सचिव अवध पटेल द्वारा गांव के किसान राम औतार पुत्र बादे की आराजी न. 604 पर रातों रात जबरजस्ती जेसीबी मशीन से तालाब खोद दिया गया।किसान द्वारा जब इसकी शिकायत सरपंच और सचिव से की गई तब सरपंच द्वारा अपने पारिवारिक जनों को साथ लेकर किसान को शिकायत करने पर जेल भिजवाने की धमकी दी गई।किसान द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि जिस आराजी पर जबरजस्ती तालाब खोदा गया है,यह उसके बाप दादाओं की जमीन है।और उसका परिवार लगातार इस पर खेती करता चला आ रहा है।मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में उक्त आराजी पर तहसील न्यायालय द्वारा स्टे ऑर्डर भी दिया गया है।बावजूद इसके सरपंच और सचिव द्वारा तालाब खोद दिया गया।यहां एक और जानकारी भी सामने आई है कि तालाब मनरेगा योजना के तहत बनाया गया है।जबकि तालाब में स्पष्ट रूप से जेसीबी मशीन के टायरों के निसान देखे जा सकते है।इससे यह सहज ही समझा जा सकता है कि आगे फर्जी मजदूरों के नाम का मस्टर भरकर धनराशि का बंदर बांट कर लिया जाएगा।और ऐसा ही लगभग सभी ग्राम पंचायतों में खेल खेला जा रहा है।जिसे देखने और रोकने वाला शायद कोई मौजूद नही है।और इसका कारण यह है कि ग्राम पंचायतों में होने वाली लूट में भागेदारी लगभग सभी की होती है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०