सोहावल मोड़ नो एंट्री बना अघोषित बालू मंडी, बडी दुर्घटनाओं को दे रहा निमंत्रण
1 min readसतना – सोहावल नो एंट्री पॉइंट पर लग रही बालू मंडी का मेला इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
नो एंट्री की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से विफल नजर आ रही है।
बालू मंडी पर खड़े ट्रकों की धमाचौकड़ी से यातायात हमेशा वाधित रहता है, जहां पर निकलने वाले राहगीरों को कई बार दुर्घटनाओं का सामना भी करना पड़ा है।
क्योंकि बालू मंडी पर ट्रकों की चौतरफा घेराबंदी से निकलने वाले राहगीरों को सामने से आ रहे वाहन दिखाई नहीं पड़ते है। और राहगीर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। नो एंट्री चेकिंग प्वाइंट पर तैनात यातायात कर्मियों के लिए बनाए गए केबिन सेड भी वसूली का एक अड्डा बन गए है।
केबिन सेट के अंदर जाकर कमीशन खोरी का खेल बड़े आराम से संपन्न किया जाता है क्योंकि यह केबिन सेट नो एंट्री प्वाइंट पर लगे कैमरे की रडार पर नहीं आते हैं।
सोहावल मोड नो एंट्री प्वाइंट पर बनी अघोषित बालू मंडी पर खड़े ट्रक मालिकों के द्वारा मोटी रकम हर महीने नाका टैक्स के नाम पर दी जाती है।
जिसकी वजह से जिम्मेदार अधिकारी अघोषित बालू मंडी पर खड़े ट्रकों पर किसी भी तरह की कोई कार्यवाही करने से बचते हैं।
बालू मंडी पर खड़े ट्रक ओवरलोड एवं बिना रॉयल्टी के भी शहर में धड़ाधड़ बालू बेचकर जिले को करोड़ों की राजस्व क्षति पहुंचा रहे। इसके लिए
जिम्मेदार विभागों की मिलीभगत से करोड़ों की राजस्व क्षति के साथ-साथ राहगीरों की जान से खिलवाड़ करना बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार मानना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इनका कहना है
वही यातायात डीएसपी किरण कोरो का कहना है की मुझे अभी इन सब चीजों की कोई जानकारी नहीं थी ।
यदि आपके द्वारा ऐसी जानकारी दी रही जा रही है तो मैं अभी तत्काल टीम को भेजकर यातायात दुरस्त कराती हूं।
अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०