पीएचडी उपाधि हेतु फाइनल सम्मिसन पूरा हुआ
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चित्रकूट – आज दिनांक 13- 10- 2022 को महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में कला संकाय अंतर्गत डॉक्टर सचीन्द्र कुमार उपाध्याय ,शोध निर्देशक प्रोफेसर नंद लाल मिश्र, अधिष्ठाता कला संकाय के शोध निर्देशन में मानव व्यवहार पर त्रिगुण त्रिदोषों एवं उनके अंतःसंबंधों के प्रभाव का अध्ययन विषय में पीएचडी उपाधि हेतु फाइनल बाइबा प्रस्तुत किया इस दौरान भोपाल से प्रोफ़ेसर एके सिंह कुशवाहा विशेषज्ञ भोपाल से वर्चुअल माध्यम से जांचा और सुनकर परखा इस दौरान महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर भरत मिश्रा, प्रोफेसर व्यास , प्रोफेसर उमाशंकर मिश्र, प्रोफेसर पावन सिरोठिया, प्रोफेसर वाई के सिंह, प्रोफेसर आशा शर्मा ,डॉक्टर रघुवंश भूषण पांडे, डॉ विजय पांडे, भारत विमर्श के प्रधान संपादक प्रियांशु चतुर्वेदी सहित कला संकाय के कई प्राध्यापक मौजूद रहे डॉ उपाध्याय ने समाज जीवन के मुख्य पहलू मानव व्यवहार पर त्रिगुण की भूमिका को स्पष्ट करते हुए त्रिगुण ,त्रिदोष उनके अन्तः संबंधों के प्रभाव का अध्ययन पर स्पष्ट तरीके से बताया त्रिगुण और त्रिदोष को अलग-अलग मापनी बनाकर 100 लोगों पर अध्ययन करके मानव व्यवहार पर होने वाले प्रभाव को दर्शाने का प्रयास किया इनके शोध से समाज जीवन में आहार-विहार और व्यवहार में हो रहे प्रज्ञापराध के प्रति सजग रहने की जागरूकता पैदा होगी और लोग रोगों से बच सकेंगे और प्राय होने वाले भय, अवसाद, घृणा ,व निराशा से बचने के लिए त्रिगुण,त्रिदोष के महत्व को समझ सकेंगे ।दोष मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित होंगे।


जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०