जनजाति नायकों पर केन्द्रित प्रदर्शनी होगी आकर्षण का केन्द्र
1 min readचित्रकूट- भारत के स्वाधीनता संग्राम में जनजाति नायकों ने आमजनों में स्वातंत्र्य भाव की चेतना विकसित करने में न केवल महत्वपूर्ण योगदान दिया था बल्कि अंग्रेजों से लोहा लेकर, यातनाएं सहकर एवं सर्वोच्च बलिदान देकर राष्ट्र की आजादी में निर्णायक योगदान दिया था। आजादी के अमृत महोत्सव में काल के प्रवाह में विस्मृत हो चुके इन वीर बलिदानी नायकों के स्मरण एवं उनके योगदान को रेखाकिंत करने का उल्लेखनीय और अति महत्वपूर्ण कार्य संपन्न किया जा रहा है। आज की पीढ़ी विशेष कर आज के युवा भारत की जनजाति नायकों के योगदान से परिचित हो सकें, इस उद्देश्य से एक सूचनात्मक प्रेरणास्पद एवं नयनाभिराम प्रदर्शनी विश्वविद्यालय परिसर में लगाई जा रही है जिसमें आजादी के आन्दोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले जनजाति नायकों की अमर गाथायें चित्रित कर प्रर्दशित किया गया है। प्रदर्शनी का आयोजन भारत सरकार के निकाय राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति के आयोग के सौजन्य से किया जा रहा है। कुलपति प्रो0 भरत मिश्रा ने इस आयोजन के औचित्य को रेखाकिंत करते हुए बताया कि राष्ट्रीय संगोष्ठी और प्रदर्शनी का आयोजन युवा पीढ़ी में जनजाति नायकों योगदान को प्रतिष्ठित करेगा।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०