धर्म नगरी में शराब ठेका अब तक नहीं बंद करा पाए जिम्मेदार
1 min readचित्रकूट – धर्म नगरी चित्रकूट से सटे गुप्त गोदावरी मोड़ में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा में शराब का ठेका खोल दिया गया। अब तो अपकारी विभाग और ठेकेदार धार्मिक स्थलों को भी बदनाम करने से बिल्कुल नहीं चूक रहे हैं। यानी की पैसों के लिए कुछ भी किया जा सकता है।
एक तरफ शासन और प्रशासन के द्वारा धार्मिक स्थलों को अपवादों से बचाने के लिए तरह – तरह के अभियान चलाए जाते है दूसरी तरफ शासन प्रशान के द्वारा ही शराब के ठेके खोल दिए जाते हैं। ऐसा मानना है की धार्मिक स्थलों से महज 18 किलोमीटर के अंतर्गत मांस मदिरा बेचना पूर्णतः प्रतिबंधित है लेकिन चित्रकूट धर्मनगरी की तो बात ही निराली है। यहां तो पैसों के दम पर शराब जैसे नशे का व्यापार खुले आम कर सकता है क्योंकि शासन प्रशान का सहयोग भरपूर मिलता है।चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा में बसा हुआ है इस पर दोनो सीमाओं के शासन हो प्रशान को विचार करना चाहिए जिससे की धर्म नगरी बदनाम ना हो लेकिन यहां तो कुछ और ही देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के शासन प्रशान की नजरों के सामने ही ठेका खोल दिया गया। अब क्या आने वाले श्रद्धालू सुरक्षित होंगे वैसे भी चित्रकूट में चोरी, मर्डर,चैन स्केचिंग जैसी घटनाओं से हमेशा सुर्खियों में हमेशा से रहा है। अब शराब के नसे में आए दिन आने जाने वाले लोगों के साथ घटनाओं को आगाज़ देने की तैयारी हो गई है। कुछ दिनों पूर्व मझगवां एसडीएम पीएस त्रिपाठी के द्वारा इस विषय को लेकर पत्र भी लिखा गया था लेकिन अब तक कोई कार्यवाही होती नजर नहीं दिख रही है। आखिर दोनो सीमाओं के शासन प्रशानधर्म नगरी को बादाम होने पर चुप्पी साधे हुए क्यों बैठा है? या फिर देख कर अनजान बनने कोसिस की जा रही है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०