जर्मनी के जैविलीन से प्रेक्टिस करेगा हिमांशु
1 min readसतना- अब तक लकड़ी का भाला बनाकर प्रेक्टिस करने वाले जिले के हिमांशु मिश्रा अब जर्मनी से आई जैविलीन से अभ्यास करेंगे। तत्कालीन पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह के प्रयासों से मिली जैविलीन को नवागत एसपी आशुतोष गुप्ता एवं एडिशनल एसपी सुरेन्द्र जैन ने हिमांशु को जर्मनी निर्मित जैविलीन भेंट की। इस मौके पर डीएसपी ख्याति मिश्रा, रामपुर बघेलान की खेल समन्वयक ज्योति तिवारी मौजूद रहे। हिमांशु लकड़ी का भाला से महज डेढ़ साल के कड़े अभ्यास से 3 गोल्ड एवं 1 सिल्वर मेडल जीता है। अब तक जुगाड़ से लकड़ी का भाला बनाकर जैविलीन थ्रो की प्रेक्टिस करने वाले हिमांशु ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष किया है। महज 17 साल के हिमांशु के पिता विनय मिश्रा महज ढाई एकड़ जमीन के काश्तकार हैं। आर्थिक रूप से किसान परिवार इतना सक्षम नहीं है कि वह हिमांशु को जैविलीन की बेहतर कोचिंग दिला सकें। घर में देसी जिम और लकड़ी का भाला बनाकर प्रेक्टिस करने वाले हिमांशु की मेहनत रंग लाई और अब तक उसने 3 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल हासिल करने में सफलता पाई।
आहेस लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०