झोपड़ियों में बैठकर काम करने को मजबूर वकील
1 min readचित्रकूट- वर्तमान समय में गर्मी अपने पूरे चरम पर है।और गर्मी का पारा 46-47 डिग्री के ऊपर जाने को बेताब है। ऐसे मौसम में जहां घरों से निकलना भी जान जोखिम में डालने से कम नहीं है।तो वही इस भीषण गर्मी में वकील जिन्हे आफिसर ऑफ द कोर्ट कहा जाता है,सड़क किनारे झोपड़ियों में बैठकर काम करने को मजबूर हैं।
यह मामला धर्म नगरी चित्रकूट स्थित सिविल न्यायालय का है। जहां वकीलों को इस भीषण गर्मी के मौसम में सड़क किनारे झोपड़ियों में बैठकर काम करने को मजबूर होना पड़ रहा है।पूरे मामले पर जानकारी देते हुए वरिष्ठ वकील राम नरेश त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि न्यायालय परिसर के अंदर वकीलों के लिए चेंबर बनवाया गया है,लेकिन चेंबर की बिजली काट दी गई है। ऐसे में इस भीषण गर्मी में चेंबर के अंदर कैसे बैठा जा सकता है।इसके अलावा चेंबर के अंदर मोबाइल नेटवर्क भी काम नही करता।इसलिए सड़क किनारे झोपड़ियों में बैठकर काम करने की मजबूरी है।दुर्भाग्य से यहां वकीलों और पक्षकारों को पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है।बार एसोसिएशन को जानकारी दिए जाने के सवाल पर राम नरेश त्रिपाठी ने कहा की,कई बार जानकारी दी जा चुकी है।बावजूद अभी तक बैठने की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है।इसलिए सड़क किनारे झोपड़ियों में बैठकर काम करने की मजबूरी है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०