नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के करकमलों मिला सम्मान
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चित्रकूट- पत्रकार व पत्रकारिता की पुस्तकों के लेखक डॉ नरेंद्र अरजरिया को कल रवींद्र भवन इंदौर में पत्रकार महोत्सव में शव्द ऋषि सम्मान से सम्मानित किया गया है।डॉ नरेंद्र को यह सम्मान नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने प्रदान किया है।डॉ नरेंद्र को मिले इस सम्मान से ग्रामोदय विश्वविद्यालय परिवार में प्रसन्नता है। कुलपति प्रो भरत मिश्रा, पत्रकारिता के प्राध्यापक प्रो वीरेंद्र कुमार व्यास सहित अनेक शिक्षको, अधिकारियों और कर्मचारियों ने डॉ अरजरिया की उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए उन्हें ग्रामोदय गौरव के रूप में निरूपित किया है।
ज्ञातव्य है कि डॉ नरेंद्र अरजरिया ने महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय से पत्रकारिता स्नातक, परास्नातक और पीएचडी उपाधि प्राप्त कर पत्रकारिता और जनसंचार के छेत्र को अपने वैशिष्ट्य का लाभ दे रहे हैं।
स्टेट प्रेस क्लब मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में नरेश मेहता स्मृति शब्द ऋषि सम्मान कार्यक्रम भी सम्पन्न किया गया है, इस दौरान मूर्धन्य साहित्यकार श्री मेहता की जन्म शताब्दी वर्ष में म.प्र. के 15 रचनाधर्मी एवम 5 दिवंगत पत्रकारों को यह सम्मान दिया गया है । इन पत्रकार साथियो ने पत्रकारीय दायित्वों के साथ पुस्तक लेखन का भी उत्कृष्ट कार्य किया है आयोजन समिति ने बुंदेलखंड के एक मात्र पत्रकार डॉ नरेंद्र अरजरिया को इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है । डॉ अरजरिया को रविन्द्र नाट्य भवन इंदौर में शब्द ऋषि सम्मान से नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने सम्मानित किया गया । डॉ अरजरिया की लिखी पुस्तक स्ट्रिंगर का भी विमोचन इसी मंच से किया गया। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के जानेमाने लोग उपस्थित रहे , जिनमे विशिष्ट अथिति के रूप कैलाश सत्यार्थी नॉवल पुरुस्कार विजेता , तुलसीराम सिलावट मंत्री मध्यप्रदेश शासन , विमल दुवे साहित्य परिषद के निर्देशक ,यशवंत देशमुख चुनाव विश्लेषक और टेलीविजन दुनिया के वरिष्ठ पत्रकार राजेश वादल मुख्य रूप से मंचासीन रहे । स्ट्रिंगर पुस्तक के विमोचन पर वरिष्ठ टेलीविजन के पत्रकार राजेश बादल ने कहा कि भारत की हिंदी पत्रकारिता में यह पहली पुस्तक है जिसने स्ट्रिंगर के दर्द और सफलता की कहानी को उजागर किया है भारत में कोई भी चैनल हो बिना स्ट्रिंगर के नहीं चल सकता है डॉक्टर नरेंद्र अरजरिया कहते हैं कि यह सम्मान उस बुंदेलखंड की उस पत्रकारिता का है जहां आजादी के बाद आज भी लोक मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करते हैं और उनकी आवाज बनती है बुंदेलखंड की आंचलिक पत्रकारिता
डॉक्टर नरेन्द्र अरजरिया की इस उपलब्धि पर उन्हें उनके शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०