ग्रामोदय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा के प्रयासों की हुई प्रशंसा
1 min readचित्रकूट- महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा के मार्गदर्शन पर वैल्यू एंड सोशल रेस्पोंसबिल्टी पाठ्यक्रम के अंतर्गत संचालित गतिविधि प्रार्थना सभा का प्रतिष्ठित और अकादमिक आयोजन विवेकानंद सदभावना ओपेन आडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर प्रख्यात भागवताचार्य नवलेश दीक्षित ने प्रार्थना की उपयोगिता और महत्व को बताते हुए ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आयोजित प्रार्थना सभा के अनुशासित आयोजन की सराहना की।उन्होंने कहा कि भारतरत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख द्वारा स्थापित ग्रामोदय विश्वविद्यालय की विशिष्ट कार्यशैली और संचालित गतिविधियों के कारण ही इसकी प्रतिष्ठा दिन प्रतिदिन बढ़ रही है।भागवताचार्य श्री दीक्षित ने अपने आध्यात्मिक उदबोधन में कहा कि कलयुग में प्रार्थना का विशेष महत्व है।कलयुग में भगवान केवल भक्त की अन्तरप्रार्थना से ही प्रकट हो जाते हैं जबकि सतयुग में गरुड़ , त्रेता युग में हनुमानजी के कंधा व द्वापर युग में अर्जुन के रथ के माध्यम से प्रकट होते हैं। उन्होंने कहा कि संस्कार युक्त शिक्षा ही वास्तविक शिक्षा है और ग्रामोदय विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ संस्कार भी दे रहा है।श्री दीक्षित ने कुलपति प्रो भरत मिश्रा के कुशल नेतृत्व और सफल प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि प्रो मिश्रा के मार्गदर्शन में ग्रामोदय विश्वविद्यालय के रूप में खड़ी इस उच्च शिक्षा संस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिमामण्डित होने में ज्यादा देर नही लगेगी।उन्होंने बताया कि विद्या, विनय,विचार, सुकृत्य, किसी महापुरुष से जुड़ाव, संस्कार आदि सात गुणों से युक्त व्यक्ति जीवन में आईं प्रत्येक विपत्ति का समाधान निकालने में सदैव सफल रहता है।भागवताचार्य श्री दीक्षित प्रार्थना सभा के मुख्य वक्ता के रूप शामिल होने आए थे।
इस दौरान रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति प्रो कपिल देव मिश्रा ने कहा कि भारत रत्न नानाजी द्वारा परिकल्पित ग्रामोदय विश्वविद्यालय इकीसवीं शताब्दी में भारत की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में पूरी तरह सछम है।ग्रामोदय विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही उन आयोजनों को संचालित कर रहा है , जो आत्मनिर्भर भारत, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, डिज़िटल इंडिया, स्वच्छ भारत आदि व्यवस्था को पूरा कर सके।प्रो कपिलदेव मिश्रा ने विश्वास दिलाया कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय के समग्र विकास के लिये आवश्यक सहयोग करने में मुझे भी हार्दिक प्रसन्नता होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति प्रो भरत मिश्रा इसके स्थापना काल से जुड़े हैं और श्रधेय नानाजी के साथ रहकर काम करने का व्योहारिक अनुभव इनके पास है।
प्रार्थना सभा का पारंपरिक प्रारंभ मुख्य वक्ता भागवताचार्य नवलेश दीक्षित व मुख्य अतिथि प्रो कपिलदेव मिश्रा कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर व ग्रामोदय विवि के कुलपति प्रो भरत मिश्रा के करकमलों हुआ। तत्पश्चात बीएससी समूह की छात्राओं ने तीन बार ॐ का उच्चारण कर विद्यादायिनी माँ सरस्वती की वंदना की। पत्रकारिता और जनसंचार माध्यमों के विशेषज्ञ, प्राध्यापक व निदेशक दूरवर्ती प्रो वीरेंद्र कुमार व्यास ने प्रार्थना सभा सम्प्रेषण का वाचन करते हुए पूर्व प्रार्थना सभा से इस प्रार्थना सभा के मध्य के विश्वविद्यालय में सम्पन्न आयोजन की जानकारी दी और आने वाले प्रमुख कार्यक्रम के संबंध में बताया कि 8 से 12 फरवरी 2022 तक ग्रामोदय महोत्सव व स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न होगा। 14 से 16 मार्च 2022 तक 37वे मध्यप्रदेश यंग साइंटिस्ट कांग्रेस का आयोजन होगा। विज्ञान संकाय के विद्यार्थी सत्यम शुक्ला ने श्री मदभागवत गीता से ज्ञान मार्ग पर प्रकाश डाला।कृषि संकाय के छात्र चंचलेश यदुवंशी ने पढ़ी गई पुस्तक के रूप में स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व के माध्यम से समाधान का मार्ग बताया। विज्ञान संकाय की छात्रा गरिमा दीक्षित ने आजादी का अमृत महोत्सव सरंखला के अंतर्गत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रेरक व्यक्तित्व और उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। बीएससी समूह के छात्र- छात्राओं ने समूह गायन प्रस्तुत किया। ग्रामीण विकास एवं व्यवसाय प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह ने प्रेरक प्रसंग के तौर पर भारत रत्न नानाजी देशमुख से मिली प्रेरणा को बताया।प्रो सिंह ने इस अवसर पर तत्कालीन कुलपति प्रो टी करुणाकरण की ऊर्जा वान कार्यशैली पर भी प्रकाश डाला।विज्ञान संकाय की छात्रा रूबी सिंह ने एकल गीत प्रस्तुत किया।इस दौरान कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने भागवताचार्य नवलेश दीक्षित व जबलपुर विवि के कुलपति प्रो कपिलदेव मिश्रा का शाल श्री फल और प्रतीक चिन्ह भेंट कर ग्रामोदय विश्वविद्यालय की ओर से पारंपरिक तरीके से स्वागत सम्मान किया।प्रार्थना सभा के संयोजक डॉ आर के पांडेय ने आवश्यक सूचना प्रस्तुति के रुप में बताया कि अगली प्रार्थना सभा 25 फरवरी 2022,शुक्रवार को विवेकानंद ओपन सभागार में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के तत्वावधान में आयोजित होगी। इस अवसर पर प्रभारी कुलसचिव डॉ कुसुम कुमारी सिंह, संकायों के अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी, प्रो अमरजीत सिंह, प्रो देव प्रभाकर राय, प्रो शशि कांत त्रिपाठी, डॉ आंजनेय पांडेय सहित प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र- छात्राए मौजूद रहे।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०