सत्ता के सामने सब जायज है बसों में किराए की भीड़ लेकर पहुँचे भाजपाई।
1 min readसतना- लोगों को कहते हुए सुना है कि जिसकी लाठी उसकी भैंस, यह कहावत रैगांव उप चुनाव में हो रहे सत्ता के दुरूपयोग पर चरितार्थ होती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह 6 वां दौरा है। आज रैगांव विधानसभा के महतैन, श्रीनगर और सितपुरा में सभा होनी है। जिसके लिए भाजपा पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 2 दर्जन यात्री बस सहित अन्य गाडिय़ों में छत के उपर बैठकर मुख्यमंत्री की चुनावी सभा में जाते हुए का दृश्य का वीडियों आम जनता के सामने आया। जिसके बाद से चुनाव परिवेक्षकों की कार्रशैली पर सवाल उठने लगे हैं। इतना ही नही जानकारों का तो यह भी कहना है कि लगभग 5000 भोजन के पैकेट भी बांटने की व्यवस्था भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ इक्कठा करने का मिला टारगेट
भाजपा पार्टी से जुड़ें सूत्रों ने बताया कि सभी मंडल अध्यक्षों और भाजपा के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री की सभा में भीड़ इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसके चलते आज मुख्यमंत्री के सभा के पहले ही कई बसों में लोग छत पर बैठकर मुख्यमंत्री की सभा में जाते हुए दिखे। अगर देखा जाय तो यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हैं लेकिन फर चुनाव परिवेक्षकों को सत्ता का दुरूपयोग नहीं दिखता। अब सरकार के ऐसे दिन आ गये हैँ कि इन्हें अब किराये की भीड़ इकट्ठा करना पड़ रहा है। जबकि एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आये थे तो काफी संख्या में आम जनता आई थी।
लेकिन बसों से नही आई थी ।
वर्तमान में उपचुनाव का अगर मुद्दा माना जाय तो मंहगाई और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है लेकिन न जाने क्येां मुख्यमंत्री कई बार रैगांव विधानसभा में आये और आम जनता के हित की कई बाते की पर डीजल,पेट्रोल और अन्य ऑयलों की मंहगाई के साथ-साथ बेरोजगारी के संबंध में कोई बात नहीं हुई। कोरोना कॉल के बाद बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी को लेकर आम जनता परेशान है। लेकिन आम जनता की समस्या से इन दोनों पार्टियों को कोई सरोकार नहीं है।
आहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०