May 17, 2024

काल चक्र को भेदकर सटीक भविष्यवाणी करने वाले प्रकाण्ड विद्वान् थे गौतम जी : आनंद

1 min read
Spread the love

पन्ना- (www.radarnews.in) दिव्य ज्योतिष के प्रणेता एवं ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल के संस्थापक सुप्रसिद्ध पंचांगकर ज्योतिषाचार्य पंडित श्री अयोध्या प्रसाद गौतम जी की प्रतिमा की स्थापना सोमवार 18 अक्टूबर को पन्ना जिले की देवेन्द्रनगर तहसील अंतर्गत उनके गृह ग्राम श्यामारडाड़ा में विधि-विधान के साथ समारोह पूर्वक की गई। इस भव्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्री गौतम जी के शिष्यगण, अनुयायी, संबंधीजन एवं क्षेत्र के लोग श्रद्धापूर्वक सम्मलित हुए। इस अवसर पर भाव-विभोर अनुयायियों ने गुरु जी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके अविस्मरणीय योगदान को याद किया। अपने जीवन काल में अनेकों सटीक भविष्वाणी करने वाले ज्योतिषाचार्य पंडित श्री अयोध्या प्रसाद गौतम जी ने अपने ज्ञान और साधना से बहुत से लोगों को जीवन की कठिनाइयों-समस्याओं से उबारने में यथा संभव सहायता की। साथ ही लोगों को सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। गौतम जी ने जीवनपर्यन्त यात्राएं कर देश एवं विदेश के लोगों को वैदिक ज्ञान-विज्ञान तथा ज्योतिष शास्त्र के अनेक रहस्यों, अनछुए पहलुओं से परिचित कराकर ज्योतिष के प्रति उनके भरोसे को अटूट बनाने का कार्य किया।

कार्यक्रम में सम्मलित हुए प्रख्यात जादूगर आनंद ने गुरु जी (गौतम जी) की प्रतिमा को नमन करने के पश्चात पत्रकारों से चर्चा में कहा कि, पंडित श्री अयोध्या प्रसाद गौतम जी जैसे महपुरुष बिरले ही पैदा होते हैं। मैं सौभाग्यशाली हूं कि, जब तक वे शरीर रूप में इस धरा पर रहे मुझे उनसे कई बार मिलने, अपनी जिज्ञासाओं को जानने का अवसर प्राप्त हुआ। जादूगर आनंद ने कहा कि, गौतम जी काल चक्र को भेदकर सटीक भविष्यवाणी करने वाले प्रकाण्ड विद्वान् थे। वे पन्ना के असली हीरे थे, उन्होंने अपने दिव्य ज्ञान के प्रकाश से समूचे बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश को गौरान्वित किया था। पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने अपनी अनुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि, यह पूजनीय स्थल अनेक प्रकार की सकरात्मक ऊर्जा और शांति से परिपूर्ण है। यहां आकर महसूस होता है गुरूजी का आशीर्वाद हमारे साथ है।

निकाली गई भव्य कलश यात्रा

ज्योतिषाचार्य पंडित श्री अयोध्या प्रसाद गौतम जी के गृह ग्राम श्यामारडाड़ा में उनकी प्रतिमा की स्थापना के पूर्व भव्य कलश यात्रा निकाली गई। तत्पश्चात विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चार के बीच गुरु जी की प्रतिमा की स्थापना की गई एवं ग्रह नक्षत्र तथा राशि प्रतिष्ठा समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर गुरूजी के ज्येष्ठ सुपुत्र डॉ. प्रकाश गौतम ने कहा कि, हमारे माता-पिता इस धरती पर साक्षात ईश्वर का रूप हैं। हम चाहे जितना भी पूजा-पाठ या धर्म-कर्म कर लें यदि हम अपने माता-पिता और बुजुर्गों का आदर-सम्मान नहीं करते तो सब व्यर्थ है। उस पूजा-पाठ या धर्म-कर्म का हमें कोई लाभ होने वाला नहीं है। आपने कहा कि हमारे माता-पिता पूज्यनीय हैं, उनका आशीर्वाद प्राप्त कर जीवन में हम सबकुछ प्राप्त कर सकते हैं। सनातन धर्म भी ऐसा ही करने की लिए प्रेरित करता है, इसलिए गुरूजी की प्रतिमा की स्थापना कराई गई है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के कर कमलों से 2022 ईस्वी का “पंडित अयोध्या प्रसाद गौतम पंचांग” का विमोचन पंडित विनोद गौतम के द्वारा कराया गया। अंत में कृष्ण कुमार गौतम ने सभी उपस्थित महानुभाव के प्रति आभार ज्ञापित किया। तत्पश्चात सभी लोगों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।

संदीप विश्वकर्मा ब्यूरोचीफ भारत विमर्श पन्ना म०प्र०

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © All rights reserved Powered By Fox Tech Solution | Newsphere by AF themes.