राजमहल नयागांव के द्वारा हुआ कज्जली महोत्सव का 48वां आयोजन
1 min readचित्रकूट- चित्रकूट का विशेष कज्जली महोत्सव विगत वर्षो की भाति इस वर्ष भी राज परिवार के द्वारा मनाया गया। कज्जली महोत्सव नयागांव चित्रकूट राज घराने के द्वारा प्रतिवर्ष कराया जाता है। इस कज्जली महोत्सव में हजारों की संख्या में लोग महोत्सव में मौजूद रहते हैं। जुलूस में कई गाओ से माताएं एवं बहाने कज्जली लेकर जुलूस में शामिल हुयी। कज्जली जुलूस बाजे-गाजे, हाथी घोड़ा, अतिसबाजी के साथ कज्जली जुलूस निकाला गया। साथ ही दंगल, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। चित्रकूट पालदेव नयागांव स्टेट के मयंक चतुर्वेदी (गुड्डा राजा), विधायक चित्रकूट नीलांशु चतुर्वेदी, प्रियांशु चतुर्वेदी(प्रधान संपादक भारत विमर्श) एवं ज्यादित्य चतुर्वेदी समेत राजघराना परिवार कजली महोत्सव में मौजूद रहे। साथ ही चित्रकूट के महंत मदन गोपाल दास, सीता शरण दास, साहब बाबा, योगेश चंद्रदुबे(jrhu कुलपति), टीआई संतोष तिवारी नयाँगांव थाना, सीएमओ कृष्णपाल सिंह, मंच का संचालन राजा पाण्डेय जी के द्वारा किया गया साथ ही चित्रकूट के अन्य संत महंत भी शामिल हुए। माताओ एवं बहनों द्वारा मंदाकिनी में कज्जली विसर्जित की गयी। उसके उपरांत महिलाओं के द्वारा सौहार्द पूर्ण रूप से पुरुषों को कज्जली दी गयी । साथ ही राजा हेमराज सिंह जू देव जी (नन्हे राजा) ने कज्जली के महत्व को बड़ी ही सजगता से समझाते हुए कहा कि कज्जली तीन स्वरूप में बटी होती है, ऊपर हरा कलर और बीच मे सफेद व इसकी जड़ें बिखरी हुई होती हैं जो सामाजिक सम्रद्धि का प्रतीक है। कज्जली महोत्सव में दूर-दूर से लोंग आ के महोत्सव में शामिल हुए एवं कज्जली महोत्सव का आनंद लिया।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०