महिला हॉकी टीम ने किया देश का नाम रोशन
1 min readदिल्ली- तोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है । रानी रामपाल के नेतृत्व में खिलाडियो ने जिस तरह क्वार्टर फाइनल्स में एंट्री की, उससे साबित हो गया कि राष्ट्रीय खेल में हमारी लड़कियां किसी से कम नहीं । कल टीम का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था । पहले क्वार्टर में दोनों टीमें बराबरी पर रहीं, मगर पहला हाफ खत्म होते-होते टीम इंडिया ने गोल कर दिया था । अगले कुछ मिनट शानदार हॉकी खेली गई, मगर भारतीय शेरनियां आखिर में ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ीं । मुकाबला शुरू होते ही अहसास हो गया कि दोनों टीमों के लिए मैच आसान नहीं होने वाला । कंगारुओं के एक-एक मूव को लड़कियों ने नाकाम कर दिया । भारतीय गोलकीपर्स ऑस्ट्रेलियन प्लेयर्स के हर मूव का बचाव करने के लिए मुस्तैद थे । भारतीय डिफेंस अच्छा रहा, खासतौर से ऐसी टीम के खिलाफ जिसने ग्रुप स्टेज में 13 गोल दागे हैं । फर्स्ट हाफ तक दोनों टीमों में कड़ी टक्कर रही । इसके बाद माहौल बदलने लगा । भारतीय खिलाडियों ने अपनी स्किल्स का बेहतरीन प्रदर्शन किया और ऐसा महसूस होने लगा कि गोल बस होने ही वाला है । मौका आया दूसरे क्वार्टर के 6 मिनट बाद । भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला । गुरजीत सिंह ने कोई गलती नहीं की और ओलिंपिक में अपना पहला गोल दागा। भारत 1-0 से आगे हो चुका था । पलटवार ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोरदार हुआ। कुछ मिनटों के लिए खेल में आक्रामकता बढ़ गई। परन्तु ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल बढ़ती जा रही थी । ऐसे वक्त में कोई भी चूक भारतीय टीम के मेडल जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर सकती थी । मैच में एक वक्त ऐसा भी आया जब भारतीय प्लेयर्स को थोड़ी टेंशन हुई । शर्मिला ने पहले हाफ में कुछ मौके बनाए थे मगर गोल नहीं कर सकीं । एक चैलेंज के बाद वह मैदान पर गिर पड़ीं । सविता ने 7 पेनाल्टी कॉर्नर बचाए और ऑस्ट्रेलिया को वापसी करने से रोका ।
भारत विमर्श भोपाल म.प्र.