सभी मठ मंदिरों में मनाया गया गुरु पूर्णिमा
1 min readचित्रकूट- गुरु पूर्णिमा का पर्व आज भारी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचे मंदाकिनी में स्नान कर भगवान कामदगिरि की परिक्रमा व दान दक्षिणा कर रहे हैं, प्रमुख मठ मंदिरों में अपने गुरुओं के पास पहुंच कर उनकी कर रहे हैं पूजा अर्चना ,सुबह से ही चित्रकूट में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, गुरु पूर्णिमा का चित्रकूट में विशेष महत्व है यहां पर प्रतिवर्ष लोग दूर-दूर से भारी संख्या में आते हैं लेकिन इस बार गुरु पूर्णिमा में कोविड का असर साफ दिख रहा है विगत वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष भीड़ में कमी देखी जा रही है। गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में चित्रकूट आचार्य मंदिर के युराज स्वामी श्री बद्री प्रपन्नाचार्य जी ने अपने शिष्यों को आशीर्वाद दिया और भक्तों को संदेश देते हुए कहा कि गुरू पूर्णिमा का पर्व वैदिक काल से ही गुरू और शिष्य के बीच बहुत बड़ा बल होता है जो हमारे बीच ज्ञान और संसार की विधि कराने वाला होता है इसी भाव भक्ति को लेकर गुरु के पास आते हैं और गुरु अपने आशीर्वाद के रूप में ज्ञान संस्कृति की परम्परा संदेश प्रदान करते हैं सभी भक्तों को कहा कि अपने गुरु के पास जाएं और आशिर्वाद लें। वहीं भारत विमर्श के प्रधान संपादक प्रियांशु चतुर्वेदी जी ने भी अपने राज गुरू युराज स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य जी की पूजा अर्चना कर आशिर्वाद लिया। वहीं संतोषी अखाड़ा के महन्त श्री राम जी दास जी ने भी अपने शिष्यों को आशीर्वाद दिया और कोरोना गाइड लाइन का पालन करने को कहा। वहीं कामद गिरी परिक्रमा मार्ग में लोगों की भारी भरकम भीड़ देखने को मिली न ही किसी के चहरे पर मास्क और न ही किसी ने कोरोना गाइड लाइन का पालन किया। वहीं संधानिध आश्रम के महाराज बताया कि ब्यक्ति को नित्य ही गुरू माना जाता है गुरू पूर्णिमा के दिन कोई अपने गुरू के दर्शन कर लेता है तो वह महान हो जाता है जितना श्रष्टि के लिए प्रकाश की आवश्कता होती है उतना ही ब्यक्ति के लिए गुरू की इस लिए सभी अपने गुरु के पास जाकर आशिर्वाद जरूर लें वहीं देखा गया है कि पजाबी भगवान आश्रम व सीता शरण आश्रम एवं साहब बाबा, आश्रम भागवत आराधना आश्रम गोविन्द दास जी महाराज ने भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए अपने भक्तों को आशिर्वाद दिया। गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाने के लिए बाहरी श्रद्धालुओं का लगातार चित्रकूट आना जाना शुरू है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०