मां मंदाकिनी के सौंदर्य के साथ छेड़ छाड़
1 min readचित्रकूट| धर्मनगरी चित्रकूट में माँ मन्दाकिनी नदी को आस्था का प्रतीक माना जाता है, यहाँ पर लाखों श्रद्धालु डुपकी लगाने आते हैं, इस नदी के संरक्षण हेतु जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा कई कार्य किये जा चुके हैं, लेकिन वहीं पर कुछ लोंगो के द्वारा अब नदी का पानी रोका जा रहा है,पहले से ही चित्रकूट की दो नदियां सरयू और पैस्वनी नदी विलुप्त हो चुकी हैं अगर ऐसे ही छेड छाड़ चलता रहा तो मां मंदाकिनी भी विलुप्त होने की कगार में पहुंच जाएगी और एक दिन मंदाकिनी का अस्तित्व भी खत्म हो जाएगा। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ हो रहे खिलवाड़ की खबर भारत विमर्श के द्वारा शासन प्रशासन को कई बार दी जा चुकी है,लेकिन शासन और प्रशासन के कानों में जू तक नही रेंग रही है । या जानबूझ कर अनजान बनने की कोशिस कर रहे हैं। साथ ही अवैध तरीके से नदी में फाटक लगा कर पानी को रोका जा रहा है,ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इनको किसी का डर ही नही है।
जावेद मोहम्मद(विशेष सवांददाता), भारत विमर्श चित्रकूट