गुर्जर आंदोलन : राजस्थान सरकार अलर्ट पर, इंटरनेट सेवा की बंद
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1 नवंबर को प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार अलर्ट पर है। आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने बयाना इलाके में गुरुवार रात बारह बजे से ही इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी हैं ताकि आंदोलन से संबंधित कोई भड़काऊ बातें सोशल मीडिया पर प्रसारित नहीं हों। इसके अलावा जयपुर जिले में जिला संभागीय आयुक्त ने एक आदेश जारी कर जमवारामगढ, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर और कोटपूतली तहसील क्षेत्र में प्रशासन ने आज शाम 6 बजे शनिवार शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश जारी किया है। ये सभी तहसील के क्षेत्र गुर्जर समाज के आंदोलन से प्रभावित माने जाते हैं। वहीं जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने आंदोलन को देखते हुए जिलेभर में सरकारी कर्मचारियों की छुटिटयां रद्द कर दी हैं।
गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन भी अपनी तैयारी पुख्ती कर रही है। गृह सचिव कलेक्टर और एसपी से पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। गृह सचिव एनएल मीणा ने करौली, भरतपुर , सवाई माधोपुर के जिला कलेक्टर से हालातों का फ़ीडबैक लिया है। गृह सचिव ने कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की। इसके साथ ही गृह सचिव ने क्लेक्टर और एसपी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
1 नवंबर को प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर राजस्थान की गहलोत सरकार बड़ा फैसला ले सकती है। गुर्जर बाहुल्य जिलों के कलेक्टर की मांग पर राज्य सरकार रासुका लगा सकती है। मालूम हो कि रासुका का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों पर लगाम लगाने के लिए किया जाता है। इसमें हिरासत में लिए व्यक्ति को अधिकमत एक साल जेल में रखा जा सकता है। फिलहाल, गृहविभाग को कलेक्टरों के प्रस्ताव का इंतजार है।