बलराम कृष्ण को लड़ाने की कोशिश हो रही है
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पटना: लालू परिवार में सबकुछ ठीक नहीं होने का दावा कर रही जेडीयू और बीजेपी के दावों को तेज प्रताप यादव ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि शंखनाद करके मैंने घोषणा की थी कि तेजस्वी यादव उनके भावी मुख्यमंत्री हैं. वे अपने इस बयान पर आज भी कायम हैं और उससे पीछे नहीं जाएंगे.
तेज प्रताप यादव ने खुद को फिर से ‘बलराम’ और तेजस्वी यादव को ‘कृष्ण’ बताया. उन्होंने कहा कि कृष्ण और बलराम को लड़ाने की कोशिश हो रही है. दरअसल बीते छह सितंबर को आरजेडी की बैठक में तेजप्रताप में मौजूद नहीं होने पर जेडीयू और बीजेपी ने दावा किया था कि लालू परिवार के भीतर अंतर्कलह चल रही है. ये बैठक राबड़ी देवी के आवास पर हुई थी.
जयप्रकाश नारायण के पैतृक स्थान सिताब दियारा से अपनी यात्रा की शुरुआत करने के लिए रवाना होते समय तेजप्रताप ने यह बात कही. इस बारे में पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि वह बैठक में स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए थे. उन्होंने कहा कि वह मथुरा में पूजा कर सड़क मार्ग से लौटे थे और इस लंबी यात्रा की वजह से हुई थकान से उनकी तबीयत खराब हो गयी थी. ज़िस कारण में बैठक में शामिल नहीं हो पाया. वही तेजस्वी यादव से मतभेद पर उनका कहना था कि उनका परिवार अखिलेश यादव के परिवार की तुलना में एकजुट है और विरोधी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाएंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तरफ इशारा करते हुए तेजप्रताप ने कहा कि बहुत से ऐसे लोग हैं जो नौजवनों को देखकर जलते हैं और मीडिया के माध्यम से उनका मजाक उड़वाते हैं. ये उनका काम है करने दीजिये. ‘‘हमारा तो मिशन 2019 में आरजेडी की पताका फहराने का है.’’ ज़िस पर हम दोनों भाई काम कर रहे है.