चित्रकूट में चल रहे तीन दिवसीय शरदोत्सव आयोजन का रंगारंग समापन।
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चित्रकूट – भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख के जन्मोत्सव अवसर पर संस्कृति संचनालय मध्य प्रदेश भोपाल,जिला प्रशासन सतना और दीन दयाल शोध संस्थान चित्रकूट के सहयोग से प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले पारंपरिक नृत्य और गायकी केंद्रित तीन दिवसीय शरदोत्सव आयोजन का रंगारंग समापन हो गया।समापन अवसर पर मुंबई से आए पार्श्व गायब धवल चांदवडकर, नानू गुर्जर,रसिका गनू,डॉ श्रृद्धा जगताप,रसिका गावड़े द्वारा पुराने फिल्मी गानों की प्रस्तुतियां और डॉ निवेदिता पांड्या इंदौर के कत्थक नृत्य की प्रस्तुति मौजूद हजारों दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रही।समापन अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला, पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल सहित चित्रकूट के साधू संत,नेता अधिकारियों, कर्मचारियों सहित हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे।दीन दयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ अभय महाजन द्वारा शरदोत्सव आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि 70 वर्ष की आयु में नानाजी देशमुख का चित्रकूट आगमन हुआ था।संयोग वश शरद पूर्णिमा के दिन ऋषि वाल्मीक जयंती के साथ ही नानाजी देशमुख का जन्मदिन भी है,ऐसे में संस्थान के कार्यकर्ताओं द्वारा नानाजी देशमुख का जन्मदिन मनाने का निर्णय किया गया,तब नानाजी देशमुख द्वारा यह कहा गया कि मेरा जन्मदिन न मनाकर तीन दिवसीय शरदोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए।तभी से भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख के जन्मोत्सव अवसर पर यह तीन दिवसीय शरदोत्सव आयोजन किया जा रहा है।


जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश
