December 13, 2025

पूजन अर्चन के बाद अयोध्या नंदीग्राम के लिए रवाना हुई चरण पादुकाएं

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चित्रकूट – भगवान श्री राम लला सरकार की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सारे देश में धार्मिक आयोजनों की होड़ लगी हुई है।इसी क्रम में भगवान श्री राम की पावन कर्मस्थली पवित्र नगरी चित्रकूट धाम के भरतकूप मंदिर से मकर संक्रांति पर्व पर भगवान राम की चरण पादुका (खड़ाऊ) यात्रा निकाली गई है। भगवान श्री राम की (खड़ाऊ) चरण पादुकाओं को लेकर यहां से संत समाज व श्रद्धालुओं की टोली नंदीग्राम अयोध्या के लिए रवाना हुई। भगवान श्री राम की चरण पादुकाओं को भरतकूप मंदिर में सबसे पहले कूप के जल से स्नान कराया गया और फिर विधि विधान से मंदिर में पूजा अर्चना की गई।चित्रकूट के साधु संतों की मौजूदगी में चरण पादुकाओं की पूजा की गई है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रृद्धालु भी मौजूद रहे है।ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम को मनाने के लिए वनवास काल के दौरान भरत जी महाराज जिस चित्रकूट आए थे। और भगवान श्री राम से वनवास को छोड़कर अयोध्या वापस लौट चलने की विनती की थी, लेकिन भगवान श्री राम द्वारा वापस लौट कर जाने से मना किए जाने पर राज्याभिषेक के लिए सभी तीर्थों का जो जल लाया गया था,उसे भरतकूप में बने कूप में समाहित कर दिया गया था। और भगवान श्री राम की खड़ाऊ लेकर के भरत जी महाराज वापस अयोध्या लौट गए थे। और खड़ाऊ को अयोध्या जी के सिंहासन में स्थापित कर नंदीग्राम से पूरे राज्य को चलाया था। यात्रा का संचालन कर रहे संत एस मौर्या का कहना है कि हम संसार को यह संदेश देना चाहते हैं की सकल भूमि भगवान श्री राम की है, हम इन चरण पादुकाओं को भरतकूप से ले जाकर के नंदीग्राम में स्थापित करेंगे। 22 जनवरी को भगवान श्री राम की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी, इस दौरान हम इन्हें नंदीग्राम में स्थापित करेंगे।इस यात्रा के माध्यम से हम संसार को भाई-भाई के प्रेम का संदेश देना चाहते हैं। सभी को इस यात्रा के माध्यम से निवेदन किया जा रहा है कि अपने गली मोहल्ले को स्वच्छ रखें।आज पादुकाएं (खड़ाहूं) चित्रकूट के भरतकूप मंदिर आई थी, यहां पादुकाओं को कूप के जल से स्नान करवाते हुए विधि विधान से पूजा अर्चना की गई है और प्रणाम करते हुए उन्हें अयोध्या जी के लिए लेकर जाया जा रहा है।इस अवसर पर मौजूद बांदा चित्रकूट सांसद आर के सिंह पटेल ने कहा कि वनवास काल के दौरान भरत जी महाराज भगवान श्री राम जी की चरण पादुकाएं लेकर अयोध्या वापस लौट गए थे,और चौदह वर्षों तक राज सिंहासन मे चरण पादुकाएं रखकर राजकाज का संचालन किया था।आज पुनः एक बार फिर से चरण पादुकाएं भरतकूप से अयोध्या भेजी जा रही हैं।

जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश

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