अनूप जलोटा के भजनों से लोग हुए मनमुग्ध
1 min readचित्रकूट उप्र – रामायण उत्सव के समापन कार्यक्रम के दौरान रविवार को मंदाकिनी किनारे रामघाट पर भजन लहरिया गूंज उठी पद्म विभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्र ने शास्त्रीय गायन से लोगों का मनमोहन किया तो भजन सम्राट अनूप जलोटा ने खूब तालियां बटोरी । अयोध्या शोध संस्थान व संस्कृति विभाग की ओर से जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में दो दिवसीय रामायण मेला का आयोजन किया गया पहले दिन शनिवार को प्रभु श्री राम के वनवासी चरित्र पर चर्चा हुई। रविवार को मंदाकिनी की लहरों के बीच ख्यात शास्त्रीय गायन पंडित छन्नू लाल मिश्र ने मुझ में तुझ में भेद यही मैं ना हूं तू नारायण है .. भजन से लोगों का मंत्र मुग्ध कर दिया भजन सम्राट अनूप जलोटा ने कभी-कभी भगवान को भी भक्तों से कम पड़े मेरी हाथों की लकीरों का हिसाब मैया तेरे पास है जब तुलसी हो गए तुलसीदास जब आऊंगा तेरे घाट तो पर मोह उतार दिनहो भजनों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन भजन सुनकर लोग मंत्र मुक्त हो गए तबले पर जयप्रकाश गुप्ता गिटार पर रखे सारे की बॉर्डर पर गुंजन और ओंकार ने संगत की संचालन संगीत विभाग के डॉक्टर गोपाल मिश्रा ने किया।
राघवेंद्र सचान सिटी रिपोर्टर भारत विमर्श चित्रकूट उत्तर प्रदेश