18 वर्ष के प्रज्ञानंद ने सिल्वर मेडल जीत कर भारत का नाम रौशन किया
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नई दिल्ली – भारत के 18 वर्षीय आर प्रज्ञानंद अब किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। शतरंज विश्व कप टूर्नामेंट में भारत के युवा खिलाड़ी भले ही फाइनल मैच हार गए लेकिन उन्होंने दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी को अपनी चाल से लंबे समय तक फंसाए रखा। शतरंज विश्व कप 2023 में सिल्वर मेडल जीतकर प्रज्ञानंद ने भारत का नाम रोशन किया।
आर प्रज्ञानंद ने शतरंग की दुनिया में अब नई पहचान बना ली है। वो चेस वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाले दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे और सबसे युवा खिलाड़ी बने। फाइनल मुकाबला हारकर भी प्रज्ञानंद पर पैसों की बारिश हुई।
FIDE शतरंज वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाले दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को 110K अमेरिकी डॉलर यानि लगभग 90,93,551 रुपये मिले, जबकि उपविजेता प्रज्ञानंद को 80,000 अमेरिकी डॉलर यानि लगभग 66,13,444 रुपये मिले हैं।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ”हमें फिडे विश्व कप में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए प्रज्ञानंद पर गर्व है! उन्होंने अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया और फाइनल में दुर्जेय मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. उन्हें आगामी टूर्नामेंटों के लिए शुभकामनाएं।”
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश