खाकी का भी तो मान है ना..
1 min readभोपाल – मध्य प्रदेश के इंदौर में पिछले दिनों बजरंग दल पर लाठीचार्ज करने के खिलाफ हुई कार्रवाई पर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों में असंतोष है। पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जाहिर की है। इंदौर जिले के कई थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने व्हाट्सएप स्टेटस के जरिए विरोध जताया है। जिसमें उन्होंने लिखा- खाकी का भी तो मान है ना।
इंदौर पुलिस ने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया। कई पुलिसकर्मी इस कैंपेन से जुड़े और पोस्टर वायरल कर दिया। जिले के कई थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने व्हाट्सएप स्टेटस लगाया है। पूरे प्रदेश में पुलिसकर्मियों के इस कदम की चर्चा हो रही है। इस मामले में कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन स्टेटस जरूर लगाया है। दरअसल, नशा प्रतिबंधित करने को लेकर 15 जून को बजरंग दल के कार्यकर्ता ज्ञापन देने के लिए पलासिया चौराहा पहुंचे थे। कमिश्नर मकरंद देउस्कर से मिलने की मांग को लेकर कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिसकर्मियों के गिरेबान पकड़ने से लेकर उन पर पत्थरबाजी की थी। इस घटना में बजरंग दल को सरकार का साथ मिला था। सरकार ने इस मामले में पलासिया थाना प्रभारी और डीएसपी पर कार्यवाही की थी। इस कार्रवाई को लेकर पुलिसर्मियों में भारी असंतोष नजर आ रहा हैं।
कांग्रेस उतरी समर्थन में
इधर, कांग्रेस पुलिस कर्मियों के समर्थन में उतर गई है। कांग्रेस नेता सैयद जाफर ने ट्वीट कर लिखा- शिवराज जी मध्यप्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ, जब पुलिस के इकबाल को इतनी चोट पहुंची हो। कमलनाथ की सरकार पुलिस के इकबाल को मजबूत किया, हमने पुलिसकर्मियों के मान सम्मान और परिवार को देखते हैं उनको 1 दिन का अवकाश देने का फैसला किया था, लेकिन आपने इंदौर की घटना को लेकर इन पुलिसकर्मियों के मनोबल को बुरी तरह तोड़ दिया। यही कारण है क्या सारे पुलिसकर्मी और थाना प्रभारी विरोध दर्ज करा रहे हैं। सब आपको चुनाव में सबक सिखाएंगे।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश