बुलडोजर एक्शन के दौरान जिंदा जलकर मां-बेटी की मौत
1 min readकानपुर देहात- रूरा के मड़ौली गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने के दौरान झोपड़ी में आग लगने से अंदर मौजूद मां-बेटी की जलकर मौत हो गई। दोनों को बचाने में रूरा एसओ दिनेश गौतम व मृतका प्रमिला दीक्षित के पति कृष्णगोपाल व बेटा शिवम भी झुलस गए। घटना से गुस्साए स्वजन ने लेखपाल को पीटकर लहूलुहान कर दिया। यह देखकर एसडीएम व पुलिस टीम वहां से भाग खड़ी हुई। ग्रामीणों ने लेखपाल की कार को खंती में पलटा दिया और चारों टायर सूजे से फाड़ दिए।
करीब दो घंटे तक पुलिस गांव के अंदर नहीं घुस सकी। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति मौके पर पहुंचे और स्वजन को शांत कराया। एडीजी आलोक कुमार सिंह, आइजी प्रशांत कुमार व मंडलायुक्त डा. राजशेखर भी गांव पहुंचे। स्वजन ने एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद व लेखपाल अशोक कुमार चौहान समेत अन्य अधिकारियों पर झोपड़ी में आग लगाने का आरोप लगाते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। ग्रामीणों ने मां-बेटी के जले शव उठने नहीं दिए और फोरेंसिक टीम को जांच भी नहीं करने दी। देर रात तक अधिकारी मान मनौव्वल में लगे रहे। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला भी पहुंचीं और परिवार से बात की।
मड़ौली गांव में खेतों की तरफ ग्राम समाज की जमीन है। यहां पांच बिस्वा जमीन पर गांव के कृष्णगोपाल दीक्षित ने झोपड़ी पशुबाड़ा व चबूतरे पर शिवलिंग स्थापित कर रखा है और यहीं रहते हैं। गांव में उनका पक्का मकान है। शाम करीब चार बजे मैथा एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक कुमार चौहान, रूरा पुलिस बल को लेकर कब्जा खाली कराने पहुंचे थे। बुलडोजर (बैकहो लोडर) से झोपड़ी और पशुबाड़ा का कब्जा गिराया जा रहा था। इस बीच कृष्ण गोपाल की पत्नी 50 वर्षीय प्रमिला और पीछे से 19 वर्षीय बेटी नेहा अंदर चली गई।
इस दौरान झोपड़ी में अचानक आग लग गई और तेज लपटें उठने लगीं। अंदर आग की चपेट में आई मां-बेटी के चीखने की आवाज आने लगी। बचाने के लिए कृष्णगोपाल व अन्य पुलिसकर्मी जुटे लेकिन नाकाम रहे। तेजी से आग भड़क उठी और मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई।
ग्रामीणों का मुकदमा दर्ज करने की मांग
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए करीब दो घंटे तक पुलिस गांव में नहीं आ सकी। एएसपी घनश्याम चौरसिया व सीओ प्रभात कुमार बाडी प्रोटेक्टर पहनकर पुलिस बल के साथ गांव के अंदर पहुंचे। स्वजन लगातार आग लगाकर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग करते रहे। एडीजी आलोक कुमार सिंह, आइजी प्रशांत कुमार व मंडलायुक्त डा. राजशेखर से भी स्वजन ने वही मांग रखी। रात तक वार्ता चलती रही। एसपी ने बताया कि जांच की जाएगी।
भारत विमर्श भोपाल म.प्र.