ग्रामोदय विश्वविद्यालय में 10 वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन
1 min readचित्रकूट – महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में शुक्रवार 16 दिसंबर को विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन संपन्न हो हुआ। कुलाधिपति मंगूभाई पटेल द्वारा 44 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल, 93 छात्र छात्राओं को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई। विश्विद्यालय द्वारा यूजी पीजी के कुल 965 छात्र छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। कार्यक्रम आयोजन के दौरान कुलाधिपति द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया कि मध्य प्रदेश में आदिवासी संस्कृति का अलग ही स्थान रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा भारत युवाओं का देश है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले आने वाले 25 वर्ष देश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। चित्रकूट आगमन के विषय में पूछे जाने पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि धार्मिक स्थानों में जाने से आनंद की अनुभूति होती है। और जहां आप स्वयं रहे हों, वहां आत्मीयता की अनुभूति होती है। चित्रकूट आकर आनंद और आत्मीयता दोनो की अनुभूति होती है। दीक्षांत समारोह प्रारंभ होने के पूर्व कुलाधिपति मंगूभाई पटेल द्वारा विश्वविद्यालय में निर्मित दो छात्रावासों क्रमशः विवेकानंद और वैदेही छात्रावासों का लोकार्पण किया गया। साथ ही छात्रावास में छात्राओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी के साथ ही आदिवासी लोक नृत्य का अवलोकन किया गया। और छात्राओं को शाबासी दी गई।कार्यक्रम समाप्ति के बाद राज्यपाल मंगूभाई पटेल और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी द्वारा चित्रकूट के साधू संतो से मुलाकात की गई। संतों द्वारा राज्यपाल और सुधांशु त्रिवेदी को अंगवस्त्र पहनाते हुए भगवान श्री कामदनाथ जी का चित्र भेंट किया गया। दीक्षांत समारोह के दौरान कुछ रोचक क्षण भी आए जब पिता और पुत्र दोनो को एक साथ राज्यपाल के हाथों पीएचडी की डिग्री मिली।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०