जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया
1 min readचित्रकूट – महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और साहस से युवाओं को सीख लेनी चाहिए। भगवान बिरसा मुंडा द्वारा अंग्रेजों और अंग्रेजी शासन के विरुद्ध दिये गएसंघर्ष व विद्रोह के नारे ने जनजाति समुदाय के लोगों को अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा कर दिया है। प्रो मिश्रा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के प्रेरित होकर जनजाति समुदाय के अनेक नायकों ने अपने अपने छेत्र में अंग्रेजों के विरोध में सशक्त विगुल बजाया था।उन्होंने कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति नायकों के योगदान पर शोध करने के लिए शोधकर्ताओं को भी प्रेरित कर रहा है। 29 नवम्बर 2022 को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल व कुलाधिपति श्री मंगू भाई पटेल की अध्यक्षता में आयोजित दशवें दीक्षांत समारोह में स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति नायकों के योगदान पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। प्रो मिश्रा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर हुए व्याख्यान के साथ सहभागी विद्यार्थियों से उन्हें अर्जित ज्ञान का परीक्षण टेस्ट शैली पर किया।
युवा विचारक व समाजसेवी देवी सिंह ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे बिरसा मुंडा के मूल्यों व संघर्षशीलता का अनुकरण करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण और दीपप्रज्वलन के साथ हुआ।कार्यक्रम संयोजक व संचालक सीएमसीएलडीपी के उपनिदेशक डॉ सूर्य प्रकाश शुक्ला ने आयोजन के औचित्य, पृष्ठभूमि व उद्देश्य पर प्रकाश डाला। छात्र- छात्राओं की प्रस्तुतियों की सरंखला में एमएड की छात्रा श्रद्धाजलि शुक्ला व बीएड की छात्रा भारती रावत व बीएड के छात्र मुकेश कुमार कोल आदि ने बिरसा मुंडा की जीवनी व योगदान पर विचार रखें।
ग्रामीण विकास एवं व्यवसाय प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता व सीएमसीएलडीपी योजना के निदेशक व मध्यप्रदेश सरकार के लिंक अधिकारी प्रो अमरजीत सिंह ने बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व पर विचार रखते हुए उनके सफल नायकत्व के गुणों पर प्रकाश डाला।प्रो सिंह ने बिरसा मुंडा के राजनैतिक संघर्ष,जेल यात्रा व उनकी शहादत पर विस्तार से प्रकाश डाला।हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ कुसुम सिंह ने कहा कि बिरसा मुंडा ने जल,जंगल, जमीन, आदिवासी धर्म, संस्कृति एवं परंपराओ की सुरक्षा तथा स्थानीयता को बचाने के संघर्ष किया।उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा वास्तव में प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन को आगे पृथ्वीपिता और जननायक थे।आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ अजय कुमार ने और सफल संचालन डॉ सूर्य प्रकाश शुक्ला ने किया। इस अवसर पर अभियांत्रिकी व प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय सहित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०