अंतिम लोक अदालत का हुआ आयोजन
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सतना – राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एडीआर भवन में चौथी एवं अंतिम लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान एवं जिला सत्र न्यायाधीश आरके श्रीवास्तव ने दीप प्रज्जवलित करके किया।
प्रधान न्यायाधीश ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि सुलह समझौते से प्रकरणों का निपटारा करके समाज में प्रेम एवं सद्भाव को बढ़ाया जा सकता है। इस तरह से मामलों के निपटारे में पक्षकारों के बीच कटुता समाप्त होकर प्रेम बढ़ता है। उन्होंने सभी से समय एवं धन की बर्बादी रोकने के लिये लोक अदालत में आकर आपसी सहमति से अधिक से अधिक प्रकरणों का निपटारा कराने की सलाह दी। प्रधान न्यायाधीश आरके श्रीवास्तव ने सभी न्यायाधीशों से कहा कि आपस में सहयोग करते हुये ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों का निराकरण करायें।
जिले भर में लोक अदालतों का आयोजन किया गया। जिला विधिक सहायता अधिकारी सुभाष चौधरी के मुताबिक जिले भर में कुल 41 खण्डपीठों का गठन किया गया था। जिसमें जिला न्यायालय अंतर्गत 25 खण्डपीठ, अमरपाटन एवं नागौद में 5,
रामपुर बाघेलान में 4, उचेहरा व चित्रकूट में 11 खण्डपीठ गठित की गयी थी। जिला न्यायालय सहित अन्य सभी स्थानों पर गठित खण्डपीठों के समक्ष दीवानी, फौजदारी प्रकरणों के अलावा चेक डिसऑनर, मोटर दुर्घटना के दावों, श्रम विवाद, बीमा राशि भुगतान संबंधी मामले, विद्युत चोरी एवं बिल
संबंधी प्रकरण, पारिवारिक विवाद आदि की खण्डपीठों में सुनवाई की जाकर लोक अदालत द्वारा सर्वमान्य निर्णय पारित किया गया। नगर निगम में संपत्ति कर, जल कर, नक्शा, नामांतरण, अतिक्रमण व अन्य प्रकरणों की सुनवाई नगर निगम आयुक्त के मार्गदर्शन में गठित पीठ द्वारा की गयी।

अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०