सुनक को इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बनने में आदित्य का बड़ा सहयोग
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सागर – ऋषि सुनक को दुनिया पर कभी राज करने वाले इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बनवाने ने भारतीय मूल के काफी लोगों ने मदद व समर्थन किया था। ऋषि सुनक ने इनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलकर सहयोग मांगा था। बीना के आदित्य प्रताप सिंह यूके (यूनाइटेड किंग्डम) में एशियन व यूरोपियन स्टूडेंट्स को लीड कर रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड में हुए चुनाव के दौरान ऋषि सुनक से भारतीय मूल के स्टूडेंट्स को जोड़ा और उनके लिए अभियान भी चलाया। इस दौरान ऋषि सुनक ने भी भारतीय छात्रों, भारतीय बाजार को लेकर सकारात्मक रुख रखने का आश्वासन इंग्लैंड में रह रहे भारतीयों को दिया था।
बीना की पार्षद किरण ठाकुर के पुत्र आदित्य प्रताप सिंह ठाकुर
सागर जिले के बीना में पूर्व पार्षद डॉ नरेंद्र ठाकुर व वर्तमान में कानूनगो वार्ड पार्षद किरण ठाकुर के पुत्र आदित्य प्रताप सिंह ठाकुर पिछले तीन साल से लंदन में हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्राइटन से एमबीए करने के दौरान उन्होंने इंडियन इंटरनेशन स्टूडेंट्स एंड एलुमनाई फेडरेशन (आईआईएसएएफ) गठन किया। वर्तमान में इस संस्था में करीब पांच हजार भारतीय, यूरोपियन देशों के स्टूडेंट्स जुड़े हैं। वह इस संस्था के चेयरपर्सन हैं।
वेस्ट लंदन कौंसिल चुनाव में काउंटिंग एजेंट काम किया
इंग्लैंड में हाल ही में सम्पन्न हुए चुनाव के दौरान कंजर्वेटिव पार्टी से वह जुड़े और चुनाव में प्रचार.प्रसार के अलावा वेस्ट लंदन कौंसिल के चुनाव में बतौर काउंटिंग एजेंट काम किया। भारतीय मूल के ऋषि सुनक के लिए भी उन्होंने भारतीय छात्रों के बीच माहौल बनाने की कोशिश की। आदित्य के अनुसार जब ऋषि सुनक को आईआईएसएएफ के बारे में पता चला तो उन्होंने बात करने के लिए बुलाया। बातचीत के दौरान ऋषि सुनक ने पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की बात कही। साथ ही भरोसा दिलाया कि वह भारतीय छात्रों के लिए हर संभव बेहतर करेंगे।
अंग्रेजों को भी बताया ऋषि सुनक के बारे में, भरोसा दिलाया
ऋषि सुनक के आग्रह पर आदित्य समेत आईआईएसएएफ के सदस्यों ने ऋषि सुनक के लिए प्रचार-प्रसार किया। माहौल बनाया कि यदि ऋषि सुनक पीएम बनेंगे तो देश के आर्थिक हालातों में बदलाव आएंगे। कोविड के टाइम में भी इन्होंने केबिनेट के अंदर सबसे अच्छा काम किया। यह सारी बातें लोगों को बताईं और कहा कि अगर यह प्राइम मिनिस्टर बनते हैं तो इंग्लैंड के लिए और अच्छा होगा। देश के आर्थिक हालात को कोई अर्थशास्त्री ही सुधार सकता है। अभियान के दौरान भारतीय मूल के छात्रों को आश्वस्त किया है कि वह भारत और ब्रिटेन के बीच रिश्तों को मजबूत करेंगे। बिजनेस करने के लिए नीतियों को आसान बनाएंगे।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश