स्मार्ट सिटी परियोजना सतना का एक दिवसीय आयोजन
1 min readचित्रकूट- स्मार्ट सिटी परियोजना सतना के तत्वावधान में आज महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास अध्ययन केंद्र सभागार में स्टार्टअप कार्यशाला आयोजित की गई।इसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों को स्टार्टअप योजना से लाभ लेने के सकारात्मक तरीकों से अवगत कराना रहा। स्टार्ट अप से अंगीकृत विभिन्न विषयों पर कार्यशाला में विचार विमर्श और प्रस्तुतियां हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो अमरजीत सिंह एवं अधिष्ठाता ग्रामीण विकास एवं प्रबंधन संकाय ने कहा कि श्रद्धेय भारत रत्न राष्ट्रऋषि नाना जी का सपना था कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय का छात्र नौकरी के लिए भटकने के बजाय मालिक बनकर लोगों को स्वयं नौकरिया मुहैया करवाए। मुझे विश्वास है कि स्टार्टअप योजना का लाभ लेकर हमारे छात्र नाना जी के सपनों को साकार कर सकेंगे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि गगनदीप दुग्गल ने स्मार्ट सिटी के तहत स्थापित आईसीसी के बारे में विस्तार से जानकारी देकर समस्त छात्रों को उसका लाभ प्राप्त करने हेतु आमंत्रित किया है। दीपेंद्र सिंह राजपूत मैनेजर ई गवर्नेंस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने इस अवसर पर स्टार्टअप के लिए अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी प्रदान की।उन्होंने विश्वविद्यालय से कम से कम 10 छात्रों को आगे आकर अपनी सोच इंदौर में आयोजित होने वाले स्टार्टअप से संबंधित कार्यक्रम में रखने हेतु प्रेरणा प्रदान की। उत्तम द्विवेदी प्रोजेक्ट मैनेजर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सतना में बताया कि सतना जिला एकमात्र ऐसा जिला है, जिसे स्मार्ट सिटी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। शेष सभी स्मार्ट सिटी संभाग स्तरीय मुख्यालय हैं। कु. रागिनी त्रिपाठी जनसंपर्क अधिकारी , स्मार्ट सिटी परियोजना सतना ने स्टार्टअप योजना के संबंध में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से छात्रों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने इस परियोजना के उद्देश्य, प्रावधान, हितग्राही पात्र व्यक्ति एवं स्थापित करने में सतना इनक्यूबेशन सेंटर से प्राप्त होने वाले सहायता का भी विस्तार से वर्णन किया। इस अवसर पर प्रो के. के. सिंह ने कहा कि नौकरी के तरफ भागने के बजाय छात्रों को खुद का उद्यम स्थापित करने पर प्राथमिकता देनी चाहिए। इंजी अश्विनी दुग्गल ने आभार प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय में किए जा रहे कार्यों को बताया । इंजी राजेश सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी मात्र 2% लोग ही प्राप्त करते हैं, शेष 98% लोग बचे रहते हैं जिनके के लिए स्टार्टअप जैसी रोजगार सृजन संबंधी योजनाएं महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में आई हैं।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०