ग्रामोदय विश्वविद्यालय ने विश्वेश दुबे को दी पीएचडी की उपाधि
1 min readचित्रकूट- महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शोध छात्र विशेष दुबे को शिक्षा विभाग ने उनके शोध कार्य स्नातक स्तर पर अध्ययनरत दृष्टि बाधित बालक / बालिकाओं की शैक्षिक उपलब्धि व संवेगात्मक बुद्धि एव सामाजिक अभिवृत्ति का प्रभाव शीषक शोध कार्य के लिए पीएचडी की उपाधि दी है। इस अवसर पर अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० भरत मिश्र, कुलसचिव (परीक्षा) प्रो० ललित कुमार , कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो० नंदलाल, प्रो० आशा शर्मा ,, प्रो० विनोद शंकर सिंह ,प्रो० आरसी त्रिपाठी, सहायक आचार्य यशवंत सिंह रविंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे । यह परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित की गई थी जिसमें बाह्य परीक्षक के द्वारा बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल से परीक्षा संपन्न हुई। इस शोध कार्य में आजीवन कुलाधिपति जी परम पूज्य जगदगुरु रामभद्राचार्य जी का आशीर्वाद ,कृपा के कारण ही आज यह शोध कार्य संपन्न हुआ है। यह उपाधि परम पूज्य जगदगुरु जी को सादर समर्पित करता हूँ। और हमें इस कार्य में संबल ,सहयोग प्रदान करने में हमारे पूज्य माता- पिता जी का आशीर्वाद हैं।कार्य क्षेत्र में सभी सहयोगियों का धन्यवाद देना चाहते है कि यह शोध कार्य मे सफलता प्राप्त किया। दिब्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० योगेश चन्द्र दुबे, कुलसचिव श्री आर०पी० मिश्र, लेखाधिकारी एन० बी० गोयल, पीआरओ एस पी मिश्र, डीन डा० विनोद मिश्र, डा० किरण त्रिपाठी, डा० महेंद्र उपाध्याय, निहार रंजन मिश्र, डा०रजनीश सिंह, डा० नीतू तिवारी डा. मुकुंद पांडेय, खेल अधिकारी अंमृतांशु .मिश्र, डा०.राकेश दिवेदी आदि ने बधाई दी।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०