नवरात्रि विशेष पर माता के दर्शन
1 min readचित्रकूट- बरौंधा स्थित पाथर कछार स्टेट में राजाओं के समय की प्राचीन मंदिर है जिसमे भव्य काली माता जी विराजमान है जो लगभग 1100 वर्ष पुरानी है। मंदिर के पुजारी राजा राम सैनी और स्थानीय निवासी अशोक कुमार द्विवेदी ने बताया कि यह माता तीन प्रकार के स्वरूप धारण करती है सुबह छोटी बच्ची,दोपहर किशोरावस्था और शाम वृद्धावस्था अलग-अलग रूप होते हैं।माता जी के बगल में ब्रह्मा जी, विष्णु जी और भैरव की प्रतिमाएं हैं। मंदिर में ही विशाल शिवलिंग, नन्दी महाराज, और देवी द्वार के एक तरफ हनुमानजी और दूसरी तरफ गणेश जी की विशाल प्रतिमाएं हैं। माता जी के आशिर्वाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्त गण यहाँ आते हैं, अपनी मान्यताओं को मानते हैं, जो भी भक्त माता के दरबार मे आया है वह निराश होकर वापस नही गया। यह भी बताया कि एक स्थानीय माता जी का भक्त अपनी मानता पूर्ण होने पर अपनी जुबान माता के चरणों मे काट कर भेंट कर दिया लेकिन माता के आशीर्वाद से उस भक्त की जुबान पुनः वापस आ गयी और वह भक्त आज भी माता जी का आशीर्वाद लेने आता है। मंदिर के बाहर एक विशाल तालाब और सुंदर वृक्षों से भरा बगीचा है।
मंदिर के आस-पास देखा गया कि राजाओं के समय प्राचीन के महल आज भी देखने को मिले है जो काफी जर-जर अवस्था मे है। लेकिन वह महल नक्काशीयों से भरा हुआ एवं बहुत ही सुंदर बने हुए है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०