राजस्थान पुलिस ने ईडी के दो अधिकारियों को किया गिरफ्तार
1 min readजयपुर – राजस्थान पुलिस ने ईडी के दो अधिकारियों नवल किशोर मीणा व बाबूलाल मीणा को 15 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। नवल किशोर से जयपुर स्थित एसीबी के मुख्यालय में पूछताछ की गई है। दोनों के बहरोड़ व नीमराना स्थित ठिकानों पर भी एसीबी ने छापे मारे हैं। गिरफ्तारी के बाद ईडी ने नवल किशोर को निलंबित कर दिया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि उन्हें एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि उसके (शिकायतकर्ता का नाम उजागर नहीं किया) खिलाफ ईडी के इम्फाल (मणिपुर) स्थित कार्यालय में दर्ज चिटफंड से जुड़े एक मामले को निपटाने, उसकी संपत्ति जब्त नहीं करने और गिरफ्तार नहीं करने के बदले में नवल 17 लाख रुपये रिश्वत मांग रहा है।
नवल इन दिनों जयपुर जिले में अपने गांव आया हुआ है। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे रिश्वत देने के लिए नवल गांव बुला रहा है। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सही मिलने पर एसीबी ने कार्रवाई कर नवल और बाबूलाल को गिरफ्तार कर लिया। नवल व बाबूलाल जयपुर जिले के ग्राम विमलपुरा के निवासी हैं। शिकायतकर्ता गुरुवार को नवल को रिश्वत की राशि देने पहुंचा था। इसकी सूचना उसने पहले से एसीबी अधिकारियों को दी थी। इस पर एसीबी ने कार्रवाई की। नवल इम्फाल के सब जोन कार्यालय में प्रवर्तन अधिकारी व बाबूलाल कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात है। जांच में सामने आया कि मांग 17 लाख की थी, लेकिन उनका सौदा 15 लाख रुपये में तय हुआ था।
रिश्वत देने वाला मणिपुर से जयपुर आया था। नवल का बहरोड़ व बाबूलाल का नीमराना में भी घर है। छत्तीसगढ़ के सीएम ने लिखा- ईडी के अधिकारियों की गाडि़यों की जांच हो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरनेट मीडिया पर लिखा है, जयपुर में ईडी का अधिकारी 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। इसीलिए मैं बार-बार कह रहा हूं कि गली-गली में घूम रहे इन ईडी के अधिकारियों की गाडि़यों की जांच जरूर की जाए। छापों की आड़ में ये कहीं ‘कमल छाप के स्टार प्रचारक’ बनकर तो नहीं घूम रहे हैं?
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश