श्रावण मास का पहला सोमवार।चित्रकूट स्थित श्री मत्यगजेंद्र नाथ शिव मंदिर में जलाभिषेक करने उमड़ी लाखों श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़।
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चित्रकूट – मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन कर्मस्थली पवित्र नगरी चित्रकूट धाम में श्रावण मास के पहले सोमवार को पवित्र नदी मंदाकिनी के तट पर विराजमान चित्रकूट के महाराजाधिराज भगवान शिव श्री मत्यगजेंद्रनाथ जी महाराज का जलाभिषेक करने के लिए लाखों श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।सुबह पांच बजे होने वाली आरती के पूर्व ही मंदिर की सीढ़ियों सहित मंदिर के नीचे लगभग एक किलो मीटर दूर तक श्रद्धालु भक्त भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए लाइनों में लगे नजर आ रहे थे।हिन्दू धार्मिक मान्यताओं और वेद पुराणों में वर्णन के अनुसार श्री मत्यगजेंद्रनाथ शिव लिंग की स्थापना भगवान ब्रह्मा जी द्वारा की गई थी।साथ ही में स्थापित एक शिव लिंग की स्थापना ऋषि अत्री एवं एक शिव लिंग की स्थापना वनवास काल के दौरान भगवान श्री राम के द्वारा की गई थी।राम चरित मानस के अनुसार त्रेता युग में भगवान श्री राम को जब वनवास हुआ था,तब चित्रकूट आकार यहां निवास करने की अनुमति भगवान शिव श्री मत्यगजेंद्रनाथ जी महाराज से प्राप्त की गई थी।श्रावण मास में श्रद्धालु भक्तों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन द्वारा व्यापक बंदोबस्त किए गए।श्रावण मास में दूर दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त चित्रकूट आकर पवित्र नदी मंदाकिनी में स्नान करने के बाद भगवान शिव श्री मत्यगजेंद्रनाथ जी महाराज को जलाभिषेक कर भगवान श्री कामदगिरि की परिक्रमा करते हुए अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।


जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश