मां मंदाकिनी आरती को लेकर नगर परिषद नहीं दे रही ध्यान
1 min readचित्रकूट- भगवान राम की धर्मनगरी चित्रकूट के भरत घाट मध्य प्रदेश क्षेत्र में होने वाली मां मंदाकिनी गंगा आरती एक बार फिर बंद हो गई है,सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लगभग 4 माह से ना ही आरती करने वाले पुजारियों को धनराशि दी गई है और ना ही अभी तक पूजा सामग्री के समान का पैसा दुकानदार को दिया गया है बताया जा रहा है की लगभग 97 हजार रूपये उधार है। मध्य प्रदेश क्षेत्र में होने वाली मां मंदाकिनी आरती का गुणगान पर्यटन मंत्री साथ ही अन्य कई मंत्री अपने भाषणों में कर चुके हैं लेकिन आज तक एक भी रुपये शासन की तरफ से आरती के लिए नहीं दिया गया नगर परिषद भी आरती करा पाने में असमर्थ दिखाई देती है स्थानीय लोगों के सहयोग के चलते इतने दिन मंदाकिनी आरती हो पाई है ज़ब कभी VVIP आते है उस समय नगर परिषद द्वारा VVIP के लिए तत्काल घी और पंडितों की व्यवस्था कर ली जाती है, सबसे बड़ी विडंबना यह है कि नगर परिषद की बैठक में यहां के पार्षद और अध्यक्ष द्वारा ही मंदाकिनी आरती के लिए एक निश्चित धनराशि स्वीकृत करने में सहमति नहीं बन रही है, आरती को लेकर बीते दिनों पहले अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में साधू संतो एवं समाज सेवियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी लेकिन अब तक निर्णय नहीं निकल सका। ऐसे मे माँ मन्दाकिनी आरती को लेकर नगर परिषद द्वारा आरती शुरू करवा पायेगी या बजट ना होने का बहाना करेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य नगर परिषद अधिकारी जहाँ प्रति माह स्वयं की सुविधा के लिए लगभग 70 हजार रुपये नगर परिषद से अपने वाहन के लिए लेते है और साथ ही नगर परिषद के नये कार्यालय मे कर्मचारियों के लिए सभी कार्यालयों मे AC की व्यवस्था की गयी है लेकिन माँ मन्दाकिनी की आरती के लिए नगर परिषद के पास किसी भी प्रकार की व्यवस्था नही है। नगर परिषद के द्वारा मंदाकिनी आरती को एक बड़ा मजाक बना दिया है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश